सहकारी आवास समिति गांधीनगर की प्रबंध कमेटी का चुनाव कल
अनियमितता से घिरी गांधीनगर आवास समिति की प्रबंध कमेटी का चुनाव 27 जनवरी को है। समिति में अपात्र लोगों को वोटर बनाने के आरोप लगाए गए हैं। मोहल्लावासियों ने इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से भी की है।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। अनियमितता से घिरी गांधीनगर आवास समिति की प्रबंध कमेटी का चुनाव 27 जनवरी को है। समिति में अपात्र लोगों को वोटर बनाने के आरोप लगाए गए हैं। मोहल्लावासियों ने इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से भी की है।
गांधीनगर आवासीय समिति पहले मृतप्राय थी। पिछले छह साल से एक्शन मोड पर आ गई। समिति की प्रबंध कमेटी के लिए मतदान 27 जनवरी को होना है। चुनाव के लिए खतौली बीडीओ सतीश कुमार को निर्वाचन अधिकारी बनाया गया है। गांधीनगर में हजारों परिवार हैं, जबकि हाउसिग सोसायटी में मात्र 282 वोटर हैं।
वोटर नरेंद्र कुमार, अर्जुन कुमार व योगेंद्र कुमार ने चुनाव अधिकारी को घ रोड भाग-1 पर नामांकन में अनियमतता होने पर पत्र देकर नामांकन रद करने की मांग की। आरोप है कि चुनाव अधिकारी ने उनकी बात को नहीं सुना। इसके बाद मंगलवार को उन्होंने सहायक निबंधक सहकारिता को पत्र देते हुए बताया कि घ रोड के दो भाग कर दिए गए हैं। एक भाग में वोटर संख्या 110 से 134 तक हैं। इन्हें आरक्षित श्रेणी में रखा गया है। भाग-2 में वोटर संख्या 135 ले 158 तक सामान्य के लिए निर्धारित किया गया है। नियम है कि जिस वार्ड से नामांकन किया गया है उसी वार्ड से प्रस्तावक व अनुमोदक होना चाहिए। भाग-1 में सतवीर सिंह के नामांकन में ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने इसे रद करने की मांग की। इसके अलावा कुछ ऐसे वोटर भी हैं जो अपने मकान या प्लाट बेचकर चले गए। आरोप लगाया कि जो अनंतिम सूची जारी की गई उसमें 282 वोटर में से 63 को ही अर्ह घोषित किया गया। इसके बाद वोटरों ने विरोध किया और वह डीएम से मिले। इसके उपरांत अंतिम सूची में वोटरों के नाम जोड़े गए। सहकारी आवास समिति गांधीनगर के सचिव विकास कुमार ने बताया कि समिति में कुल 282 वोटर हैं। इनमें से 16 का स्वर्गवास हो चुका है। छह ने प्लाट बेच दिया है और 24 आर्बीट्रेशन में हैं। निर्वाचन अधिकारी सतीश कुमार ने बताया कि घ रोड पर दो उम्मीदवार हो गए थे। उसमें सुधार कर लिया गया है। सूची चस्पा कराई जा रही है। आर्बीट्रेशन (न्यायालय में वाद) वाले मतदाता को छोड़कर अब सभी मतदाता वोट डालेंगे।