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गुड़ से भरने लगे जिले के कोल्ड स्टोरेज

एक पखवाड़े से गुड़ के दाम नीचे की ओर हैं। 15 दिन में गुड़ के दाम 250-300 रुपये प्रति कुंतल लुढ़क गए हैं। गुड़ के दामों में गिरावट आते ही व्यापारियों ने कोल्ड स्टोरेज में गुड़ का भंडारण शुरू कर दिया है। शीतगृहों में अब तक 90977 बोरे (प्रति बोरा 40 किलोग्राम) गुड़ का भंडारण हो चुका है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 08 Dec 2021 12:00 AM (IST)Updated: Wed, 08 Dec 2021 12:00 AM (IST)
गुड़ से भरने लगे जिले के कोल्ड स्टोरेज
गुड़ से भरने लगे जिले के कोल्ड स्टोरेज

मुजफ्फरनगर, टीम जागरण। एक पखवाड़े से गुड़ के दाम नीचे की ओर हैं। 15 दिन में गुड़ के दाम 250-300 रुपये प्रति कुंतल लुढ़क गए हैं। गुड़ के दामों में गिरावट आते ही व्यापारियों ने कोल्ड स्टोरेज में गुड़ का भंडारण शुरू कर दिया है। शीतगृहों में अब तक 90977 बोरे (प्रति बोरा 40 किलोग्राम) गुड़ का भंडारण हो चुका है।

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गुड़ भंडारण के लिए सात कोल्ड स्टोरेज अंबा, ग्राम विकास, एचएम, मनोहर, मनोरंजन, एमजी व वर्धमान हैं। गुड़ के दाम जितने कम होते हैं, इन शीतगृहों में गुड़ का भंडारण उतना ही अधिक होता है। अंबा व ग्राम विकास शीतगृह को छोड़कर सभी में गुड़ का भंडारण शुरू हो गया है। एक पखवाड़ा पूर्व गुड़ चाकू के दाम 1150-1200 रुपये प्रति मन थे, मंगलवार को वह 1040-1155 रुपये प्रति मन रहे। एक सप्ताह में 36187 बोरे गुड़ शीतगृहों में पहुंच गया। गुड़ कारोबारी व व्यापारी नेता संजय मिश्रा का कहना है कि शीतगृहों में मीडियम क्वालिटी का गुड़ अधिक भंडारित होता है। व्यापारी गुड़ की वेरायटी चाकू, पपड़ी, रसकट, खुरपापाड़ व चौरसा का भंडार करते हैं। इनमें भंडारण की पहली पसंद गुड़ चाकू, पपड़ी और चौरसा है। बंद सीजन के लिए शीतगृह में रखा जाता है गुड़

द गुड़ खांडसारी एंड ग्रेन मर्चेट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय मित्तल का कहना है कि जब गुड़ के भाव कम होते हैं, उसे शीतगृहों में स्टाक कर लिया जाता है। गुड़ सीजन बंद होने के बाद शीतगृहों से निकालकर बाजार या अन्य प्रदेश में बेचा जाता है। पिछले साल से 1.60 लाख बोरे कम भंडारण

पिछले साल कोरोना महामारी के चलते गुड़ के भाव बहुत कम थे। गुड़ भंडारण शुरू में ही अधिक हो गया था। द गुड़ खांडसारी एंड ग्रेन मर्चेट्स एसोसिएशन की रिपोर्ट के अनुसार छह दिसंबर तक गुड़ भंडारण 90977 बोरे हुआ, जबकि पिछले साल इस अवधि तक 250419 बोरे गुड़ भंडारण हो चुका था। शीतगृहों में पिछले साल के मुकाबले 159442 बोरे कम गुड़ भंडारण हुआ। एक सप्ताह में हुए 36187 बोरे गुड़ भंडारण

एक सप्ताह में गुड़ चाकू 29113, गुड़ पपड़ी 4050, गुड़ रसकट 981, गुड़ खुरपापाड़ 484 तथा गुड़ चौरसा 1529 बोरे शीतगृहों में भंडारित किया गया। मंगलवार को गुड़ के भाव

गुड़ चाकू 1040-1155, लड़्डू 1130-1193, खुरपापाड़ 1010-1066, ढैया 1160-1181, रसकट 920-965, शक्कर मसाला 1160-1180 8-10 डिग्री सेल्सियस रखा जाता है तापमान

ग्राम विकास कोल्ड स्टोरेज के पार्टनर संजय जैन का कहना है कि शीतगृहों में मशीनरी के साथ कंप्रेशर लगे होते हैं, जिससे तापमान को नियंत्रित रखा जाता है। गुड़ खराब न हो इसके लिए आठ से 10 डिग्री सेल्सियस तापमान रखना जरूरी है। नमी को भी नहीं बढ़ने दिया जाता।


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