एमएसपी पर कानून बनने तक चलेगा आंदोलन
पुरकाजी में संयुक्त किसान मोर्चा ग़ा•ाीपुर बार्डर के प्रवक्ता सरदार जगतार सिंह बाजवा ने कहा कि जब तक एमएसपी पर क़ानून नहीं बनता तब तक आंदोलन ़खत्म नहीं होगा। कहा कि सरकार को किसानों पर दर्ज मुक़दमे वापस लेने होंगे।
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। पुरकाजी में संयुक्त किसान मोर्चा ग़ा•ाीपुर बार्डर के प्रवक्ता सरदार जगतार सिंह बाजवा ने कहा कि जब तक एमएसपी पर क़ानून नहीं बनता तब तक आंदोलन ़खत्म नहीं होगा। कहा कि सरकार को किसानों पर दर्ज मुक़दमे वापस लेने होंगे।
भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के मंडल अध्यक्ष नवीन राठी के भूराहेड़ी गांव स्थित आवास पर बुधवार को दोपहर में सरदार जगतार सिंह बाजवा पहुंचे। बाजवा ने कहा कि कृषि बिल ़खत्म कर देने से किसानों की समस्याएं ़खत्म नहीं हुई। जब तक सरकार एमएसपी को क़ानून नहीं बना देती, आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज मुक़दमे वापस नहीं हो जाते तथा अन्य मांगों को पूरा नहीं किया जाता तब तक आंदोलन ़खत्म नहीं होगा। कहा कि अगर प्रधानमंत्री ये काम एक वर्ष पहले कर देते तो जो हमारे 750 किसान भाई शहीद नहीं होते। उनकी शहादत न होती और वो अपने परिवारों के बीच होते। किसान सर्दी-गर्मी, बरसात व कोरोना जैसी महामारी में अपने काम छोड़कर आंदोलन में डटे रहे। मंडल अध्यक्ष नवीन राठी ने बताया कि 26 नवंबर को आंदोलन को एक वर्ष पूरा होने पर सहारनपुर मंडल के तीनों जिलो से बड़ी संख्या में किसान धरनास्थल पर पहुंचेंगे। इस इस दौरान धर्मेद्र राठी, सरदार कुलवंत सिंह विर्क, गोल्डी राठी, सरदार जगतार सिंह अलमावाला, किरनपाल राठी, मुकेश राठी, प्रवीण राठी, ओमपाल सिंह व बिट्टू आदि मौजूद रहे।
धान की खरीदारी में तेजी
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। जानसठ में धान क्रय केंद्र पर धान की खरीदारी में तेजी देखी जा रही है। फिलहाल बुधवार तक करीब 19 सौ कुंतल धान की खरीदारी की जा चुकी है। धान की खरीदारी करने के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
कस्बे के खाद्य गोदाम पर धान की खरीद के लिए केंद्र बनाया गया है, जहां पर धान की खरीदारी में खासी तेजी देखी जा रही है। लोग अपना धान गोदाम पर लाकर बेच रहे हैं। एसएमआई अश्विनी कुमार ने बताया कि शुरुआत में पिछले साल से धान की खरीद में काफी अधिक खरीदारी हुई है। इस बार धान की फसल के मूल्य में बढ़ोतरी की गई है। वर्तमान में किसान को 1940 रुपये प्रति कुंतल के हिसाब से मूल्य का चेक दिया जा रहा है। किसान चेक जब चाहे भुना सकता है। उन्होंने किसानों से अधिक से अधिक धान सरकारी क्रय केंद्र पर बेचने की अपील की है।