विद्यालय खुलवाने को कलक्ट्रेट में गरजे शिक्षक
लाकडाउन से बंद चल रहे विद्यालयों के शिक्षकों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है। विद्यालय खुलवाने की मांग को लेकर शिक्षकों ने सोमवार को कलक्ट्रेट में धरना-प्रदर्शन किया। उन्होंने विद्यालयों को जल्द खुलवाने समेत विभिन्न मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम कार्यालय में सौंपा।
जेएनएन, शामली। लाकडाउन से बंद चल रहे विद्यालयों के शिक्षकों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है। विद्यालय खुलवाने की मांग को लेकर शिक्षकों ने सोमवार को कलक्ट्रेट में धरना-प्रदर्शन किया। उन्होंने विद्यालयों को जल्द खुलवाने समेत विभिन्न मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम कार्यालय में सौंपा।
सोमवार को उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त विद्यालय शिक्षक संघ ने विभिन्न मांगों को लेकर कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। संघ के जिलाध्यक्ष रविद्र मलिक ने कहा कि आज पूरा देश कोरोना का कहर झेल रहा है। इससे देश की आर्थिक स्थिति पर भी असर पड़ा है। सभी वर्गो के सामने रोजगार की समस्या खड़ी हो गई है। कोरोना महामारी के चलते निजी विद्यालय बंद होने से शिक्षकों के सामने भी रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। वहीं विद्यालय संचालक अपने कर्मचारियों को वेतन भी नहीं दे पा रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से स्कूल संचालकों की हालत का संज्ञान लेते हुए कक्षा एक से आठ तक के सभी निजी विद्यालयों को कोविड-19 की गाइडलाइन के साथ अविलंब खुलवाने की मांग की ताकि शिक्षक अपना जीवन यापन कर सकें। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के कारण अभिभावक विद्यालयों में शुल्क जमा नहीं करा रहे हैं। इस कारण निजी स्कूलों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। इस संकट से शिक्षकों को उबारने के लिए स्कूल संचालकों की मदद की जाए। मार्च से बंद पड़े विद्यालयों के बिजली, पानी एवं भवन कर आदि को माफ किया जाए। साथ ही आठवीं तक के सभी छात्र को नौवीं व 11वीं की भाति रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू कराने के लिए निर्देश दिए जाएं। इस अवसर पर शिक्षक संघ के प्रदेशाध्यक्ष अशोक मलिक, विजय कुमार, विजयपाल, प्रवीण गुप्ता, केपी सिंह, अशोक सैनी, शिवकुमार, सुरेंद्र शर्मा, शमा, प्रवीण, इकरा सैयद, आभा वर्मा, रचना सैनी, शराफत राव, सुनील धीमान, अभिषेक, शहजाद सैफी, राजबीर आदि मौजूद रहे।