Move to Jagran APP

कालेज में छात्रों को धूप में मुर्गा बनाकर दौड़ाने पर एक शिक्षक सस्‍पेंड, दूसरे की सेवा समाप्‍त Muzzaffarnagar News

मोरना के महर्षि शुकदेव इंटर कालेज में बच्‍चों को मुर्गा बनाने के प्रकरण में डीएम ने संज्ञान लिया है। एक शिक्षक सस्पेंड दूसरे की सेवा समाप्त प्रसिपल को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है।

By Taruna TayalEdited By: Published: Sat, 24 Aug 2019 04:22 PM (IST)Updated: Sat, 24 Aug 2019 04:22 PM (IST)
कालेज में छात्रों को धूप में मुर्गा बनाकर दौड़ाने पर एक शिक्षक सस्‍पेंड, दूसरे की सेवा समाप्‍त Muzzaffarnagar News
कालेज में छात्रों को धूप में मुर्गा बनाकर दौड़ाने पर एक शिक्षक सस्‍पेंड, दूसरे की सेवा समाप्‍त Muzzaffarnagar News
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। महर्षि शुकदेव इंटर कॉलेज में भरी धूप में बच्चों को मुर्गा बनाकर उन्हें दौड़ाने का वीडियो वायरल होने से हड़कंप मच गया। वीडियो में मुर्गा बने छात्रों को दो अध्यापक डंडे से पीटते भी नजर आए। डीएम के निर्देश पर जिला विद्यालय निरीक्षक शुक्रवार को जांच-पड़ताल के लिए कॉलेज पहुंचे। उन्होंने खेल शिक्षक को निलंबित करने, अस्थाई शिक्षक की सेवा समाप्त करने और प्रधानाचार्य को प्रतिकूल प्रविष्टि देने के आदेश दिए हैं।
छात्र ने बनाई वीडियो
बताया जा रहा है कि पूरे घटनाक्रम को कक्षा में बैठे एक छात्र ने अपने मोबाइल के कैमरे में कैद कर लिया। बाद में यह वीडियो वायरल हुआ तो खलबली मच गई। डीएम सेल्वा कुमारी जे ने जिला विद्यालय निरीक्षक गजेंद्र कुमार को तत्काल कॉलेज भेजकर जांच कराई तो मामला 20 अगस्त का निकला। जिला विद्यालय निरीक्षक ने कॉलेज प्रबंधक को भेजे पत्र में प्रधानाचार्य फूलचंद्र को प्रतिकूल प्रविष्टि देने और खेल अध्यापक रवि कुमार को निलंबित करने के साथ ही अस्थाई अध्यापक संजू चौधरी की सेवा समाप्त करने के निर्देश दिए हैं। प्रधानाचार्य फूलचंद्र का कहना है कि उनकी माताजी का देहांत होने की वजह से वह 21 से 27 अगस्त तक अवकाश पर हैं। फिलहाल मामले के बारे में कुछ नहीं कह सकते।
पीड़ित छात्रों पर छेड़खानी का आरोप
आरोपित खेल शिक्षक रवि कुमार और पीटीए शिक्षक संजू चौधरी का कहना है कि 20 अगस्त को इंटरवल के दौरान 10-12 छात्र कुछ छात्रओं पर छींटाकशी कर रहे थे। टोकने पर छात्र हल्ला मचाने लगे। इस पर उन्हें मुर्गा बनाया गया था। बाद में नसीहत देकर छोड़ दिया गया। छात्रों को अनुशासित रखना भी शिक्षकों का नैतिक कर्तव्य है।
इन्‍होंने बताया
घटना की पुष्टि होने पर खेल अध्यापक को सस्पेंड करने, अस्थाई अध्यापक की सेवा समाप्त करने और प्रधानाचार्य को प्रतिकूल प्रविष्टि देने के निर्देश कॉलेज प्रबंध समिति को दिए गए हैं।
- गजेंद्र कुमार, जिला विद्यायल निरीक्षक, मुजफ्फरनगर 

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.