खतौली मिल ने सबसे पहले शुरू की एसएमएस सेवा
खतौली मिल के दस गन्ना क्रय केंद्र हुए पर्ची मुक्त। एसएमएस के जरिए दी जा रही पर्ची की जानकारी।
खतौली : गन्ने की पर्चियों के लिए किसानों को भटकने से मुक्ति दिलाने को खतौली के त्रिवेणी शुगर मिल ने बुधवार को दस गन्ना क्रय केंद्रों पर गन्ना तौल के एसएमएस सेवा शुरू कर दी। प्रदेश में इस सेवा शुरुआत खतौली मिल ने की है।
किसानों को गन्ने की पर्चियों के लिए परेशान होना पड़ता है। किसानों की शिकायत रहती है कि उन्हें पर्चियां नहीं मिल रहीं। इस समस्या निजात दिलाने को प्रदेश सरकार ने चीनी मिलों को किसानों को एसएमएस के जरिए गन्ने की तौल करने की सूचना देने के आदेश दिए। जिले में खतौली के त्रिवेणी शुगर मिल ने यह सेवा बुधवार को शुरू की। इसका शुभारंभ बड़सू के गन्ना क्रय केंद्र पर भाजपा जिलाध्यक्ष सुधीर सैनी ने किया। उन्होंने कृषकों से सकारात्मक दृष्टिकोण से व्यवस्था को लागू कराने में सहयोग करने का आह्वान किया। सहकारी गन्ना विकास समिति के चेयरमैन ओमवीर ¨सह ने कहा कि नई तकनीक को अपनाने में शुरुआत में समस्याएं आती हैं, पर यह अच्छी व्यवस्था है इसका किसानों को लाभ मिलेगा।
जिला गन्ना अधिकारी डॉ. आरडी द्विवेदी ने बताया कि खतौली मिल ने प्रदेश में सबसे पहले यह सेवा शुरू की। उन्होंने एसएमएस व्यवस्था के लाभ व बारीकियों को समझाया। कार्यक्रम में पूर्व चेयरमैन ऋषिपाल भाटी, रामनिवास व प्रवेश उर्फ लटूरे ¨सह डायरेक्टर आदि मौजूद रहे। ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक विश्वमित्र पाठक, गन्ना समिति के सचिव सुभाष चंद्र यादव, महाप्रंधक गन्ना कुलदीप राठी व सहा महाप्रबंधक गन्ना एके ¨सह ने उक्त व्यवस्था को कृषकों के लिये उपयोगी बताया। इसके अलावा चीनी मिल के सिकंदरपुर, जावन, पमनावली, गगसौना, जंधेड़ी रोड, राटोर, मकसूदाबाद व वाजिदपुर केंद्रों पर भी एसएमएस सेवा शुरू कर दी गई। इस तरह मिलेगी जानकारी
डीसीओ ने बताया कि किसानों के नंबर गन्ना विकास विभाग के ऑनलाइन रिकार्ड में फीड हो गए हैं। जिन केंद्रों पर एसएमएस सेवा शुरू की गई, उनसे जुड़े किसानों के मोबाइल पर तीन दिन पूर्व एसएमएस आएगा। उन्हें कितना गन्ना, किस सेंटर पर कब डालना है संबंधी एसएमएस आएगा। उन्हें पर्ची लेने के लिए परेशान नहीं होना पड़ा।