'मानव जीवन की दिशा व दशा बदल देता है सत्संग'
तीर्थ नगरी शुकतीर्थ उदासीन निर्माण आश्रम का दो दिवसीय वार्षिकोत्सव गुरुवार को सत्संग प्रवचन के बीच हवन यज्ञ व विशाल भंडारे के साथ समापन हो गया।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। तीर्थनगरी शुकतीर्थ उदासीन निर्माण आश्रम का दो दिवसीय वार्षिकोत्सव गुरुवार को सत्संग प्रवचन के बीच हवन यज्ञ व विशाल भंडारे के साथ समापन हो गया, जिसमें दूरदराज क्षेत्रों से आए बाबा के अनुयायियों ने भाग लिया।
समारोह में बाबा कृपाल दास जी महाराज ने कहा कि सत्संग मानव जीवन की दिशा व दशा बदल देता है, इसलिए मानव को सत्संग सुनना चाहिए। मां अन्नपूर्णा गिरी मंदिर के महामंडलेश्वर स्वामी गोपालदास जी महाराज ने कहा कि परोपकार से बढ़कर कोई पुण्य नहीं है। मनुष्य को परोपकार के कार्य करने चाहिए। कार्यक्रम को महामंडलेश्वर महेंद्र नाथ जी महाराज, बाबा मोहनदास जी महाराज, तरुण दास, धर्मदास जी महाराज, भगवानदास, राम गिरि, मनसादास, रामेश्वर पुरी आदि संतों ने भी संबोधित किया। इससे पूर्व श्री बाबा खिचड़ी वाले उदासीन आश्रम में ब्रह्मलीन स्वामी श्यामदास जी महाराज की मूर्ति का अनावरण सैकड़ों संतों की मौजूदगी में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ हवन, यज्ञ से हुआ। समापन पर विशाल भंडारे का आयोजन हुआ। जिसमें दूरदराज क्षेत्रों से आए श्रद्धालुओं ने भोजन प्रसाद ग्रहण किया। कार्यक्रम में बिजेंद्र आर्य, डॉ बीपी सिंह, बबलू, सारंग देशवाल आदि मौजूद रहे।
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