गरीबों के राशन पर डाका, मालामाल हो रहे डीलर
जानसठ में वितरण में धांधली कर डीलर गरीबों के राशन पर डाका डाल रहे हैं। पूर्ति विभाग के अफसरों का संरक्षण मिलने से डीलरों का दुस्साहस बढ़ा है। डीलरों की शिकायत विभागीय अफसरों तक पहुंचते हुए उन्हें पीछे से सहयोग देकर भ्रष्टाचार को भी बढ़ावा दिया जाता है जिसके बदले विभागीय अफसर कोटेदारों से वसूली कर रहे हैं।
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। जानसठ में वितरण में धांधली कर डीलर गरीबों के राशन पर डाका डाल रहे हैं। पूर्ति विभाग के अफसरों का संरक्षण मिलने से डीलरों का दुस्साहस बढ़ा है। डीलरों की शिकायत विभागीय अफसरों तक पहुंचते हुए उन्हें पीछे से सहयोग देकर भ्रष्टाचार को भी बढ़ावा दिया जाता है, जिसके बदले विभागीय अफसर कोटेदारों से वसूली कर रहे हैं।
कोरोना काल में केंद्र व राज्य सरकार ने निश्शुल्क राशन वितरण की व्यवस्था की थी। इसमें पात्र गृहस्थी कार्डधारकों को प्रति यूनिट तीन किलो गेहूं और दो किलो चावल ई-पाश मशीन से दिया जा रहा है। इस योजना में विभागीय अफसरों की मिलीभगत से भ्रष्टाचार का रंग चढ़ गया है। राशन डीलर पांच से अधिक यूनिट वाले राशन कार्डधारकों को केवल पांच यूनिट का ही राशन देकर टरका रहे हैं। गांव के कम पढ़े-लिखे और गरीब तबके के लोग 25 किलो राशन लेकर ही संतुष्ट हो रहे हैं, जबकि अधिक यूनिट के राशन डीलर हड़प रहे हैं। काटका, कवाल, चित्तौड़ा व पिमौड़ा आदि गांव में राशन कार्ड की मुखिया फरजाना, रुखसाना व आसिफा आदि समेत बहुत सी महिलाओं ने बताया कि उनके राशन कार्ड की यूनिट पांच से अधिक है, लेकिन राशन डीलर पांच यूनिट का ही राशन देता है। जानसठ निवासी सलीम, मेहरबान, यूनुस, राम सिंह आदि ने बताया कि उनके कार्ड की यूनिट छड से आठ तक है, लेकिन डीलर उनके पुत्र के बाहर रहने के कारण उनकी यूनिट काटने की बात कह कर केवल दो यूनिट का ही राशन दे रहा है।
मुख्यालय का कर्मचारी कर रहा वसूली का मैनेजमेंट
डीएसओ कार्यालय में बैठा एक अफसर क्षेत्रों में तैनात पूर्ति निरीक्षकों के माध्यम से वसूली की रकम एकत्रित करता है। मुख्यालय सहित तहसीलों में रखे गए निजी कर्मचारियों को सैलरी देने सहित अन्य खर्च के बहाने पूरे जिले के डीलरों से वसूली की जा रही है। शहर और देहात के राशन डीलरों ने बताया कि डीलर के उठाए राशन पर 35 रुपये प्रति कुंतल के हिसाब से वसूली होती है। इनका कहना है..
डीलरों के खिलाफ जो शिकायतें प्राप्त होती है। उनकी जांच की जाती है। यदि डीलर पात्रों को पूरा राशन नहीं दे रहे हैं तो जांच कर उचित कार्रवाई होगी। सरकार की योजनाओं के अनुरूप वितरण कराने के लिए निरीक्षकों को निर्देश दिए जाएंगे।
- श्याम सुंदर राम, प्रभारी डीएसओ