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सड़क खराब, पानी गंदा, हालात बदतर

बदहाल सड़क..दुर्गंध और गंदा पानी। यह कहानी वार्ड चार की है। एक दशक से सड़क का नामो-निशान तक नहीं है। पालिका को निर्माण के लिए पैसा मिला लेकिन इस वार्ड में काम के लिए ठोस कदम नहीं उठाए गए। यहां लोग जी तो रहे है मगर नारकीय जीवन। जिम्मेदार अधिकारियों के साथ जन प्रतिनिधियों ने आंखें मूंदने के साथ मौन साध रखा है। मिमलाना रोड से सटा वार्ड चार रामलीला टिला में पिछले दस साल से कई मोहल्लों की सड़कें खस्ताहाल पड़ी हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 08 Feb 2020 11:54 PM (IST)Updated: Sun, 09 Feb 2020 06:09 AM (IST)
सड़क खराब, पानी गंदा, हालात बदतर
सड़क खराब, पानी गंदा, हालात बदतर

मुजफ्फरनगर, जेएनएन । बदहाल सड़क..दुर्गंध और गंदा पानी। यह कहानी वार्ड चार की है। एक दशक से सड़क का नामो-निशान तक नहीं है। पालिका को निर्माण के लिए पैसा मिला, लेकिन इस वार्ड में काम के लिए ठोस कदम नहीं उठाए गए। यहां लोग जी तो रहे है, मगर नारकीय जीवन। जिम्मेदार अधिकारियों के साथ जन प्रतिनिधियों ने आंखें मूंदने के साथ मौन साध रखा है। मिमलाना रोड से सटा वार्ड चार रामलीला टिला में पिछले दस साल से कई मोहल्लों की सड़कें खस्ताहाल पड़ी हैं। सड़क के साथ नालियां भी दूर तक नहीं है। लोगों के घरों के आगे कीचड़, सिल्ट का तालाब बना हुआ है। ऐसे में यहां पैदल निकलना भी मुश्किल है। हालात ऐसे बन गए हैं कि पानी खराब होने लगा है। गंदगी के कारण लोगों के घर रिश्तेदारों ने भी आना छोड़ दिया है।

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14 वें वित्त से मिले 15 करोड़

सड़क बनाने की जिम्मेदारी पालिका के कंधों पर है। पालिका के खाते में वर्ष 2019-20 के वित्तीय वर्ष में करीब 15 करोड़ रुपये 14वें वित्त आयोग से आए हैं। यह धनराशि वार्डों में निर्माण कार्याें के लिए दी गई है, लेकिन अधिकारियों ने निर्माण बरतने में लापरवाही बरती। दो बार सड़क बनाने के लिए दो बार प्रस्ताव बना, मगर फाइलों में दम तोड़ गया। इसके चलते यहां के लोग नारकीय जीवन जी रहे हैं।

बोले नागरिक..

सड़क पूरी तरह से टूट चुकी है और नालियों का गंदा पानी घरों के सामने भरा पड़ा है। दुर्गंध और गंदगी से बुरा हाल है। उनकी समस्या का अभी तक समाधान नहीं हो सका है।

-मोहम्मद फैशल, वार्डवासी।

कई साल से सड़क, पानी का बुरा हाल है। कोई सुनने वाला नहीं है। गंदगी के कारण उनके यहां रिश्तेदारों तक ने भी आना छोड़ रखा है। शिकायत के बाद भी समस्या हल नहीं हो सकी है।

-दीपक कुमार, वार्डवासी।

नगर पालिका में शिकायतें दर्ज कराई गई है, मगर उनकी गलियों में सुधार नहीं हो सका है। अधिकारियों, पालिकाध्यक्ष ने यहां कभी आकर नहीं देखा है। गंदगी के कारण पैदल निकलना भी मुश्किल है।

-संदीप कुमार, वार्डवासी।

वार्ड की सड़क के लिए दो बार प्रस्ताव रखा गया है, लेकिन निर्माण कार्य से दोनों बाहर हो गई। इस बार 14वें वित्त आयोग से सड़क रखी गई है। इसका एस्टीमेट बनाया गया है। निर्माण कार्य कब प्रारंभ होगा, यह कहा नहीं जा सकता है।

-सचिन कुमार, सभासद, वार्ड-4

सड़क 14वें वित्त निर्माण कार्य में रखी गई है। जहां जरूरत है, उन वार्डों की वह खुद निगरानी करा रही है। विकास करने का इरादा ठाना है, हर गली, चौराहे का चमकाया जाएगा। सड़क की शिकायत है इसे गंभीरता से दिखवाया जाएगा।

-अंजू अग्रवाल, अध्यक्ष, नगर पालिका।

वार्ड चार रामलीला टिल्ला की सड़क 14वें वित्त आयोग के निर्माण कार्यों में शामिल की गई है। सूची का अनुमोदन होने के बाद टेंडर छोड़े जाएंगे। जल्द की कार्य शुरू कराकर लोगों को राहत पहुंचाई जाएगी।

-विनय कुमार मणि, ईओ, नगर पालिका।


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