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पालिका में साधन भरपूर, फिर भी आय बढ़ाने से दूर

नगरपालिका के पास भरपूर संसाधन होने के बावजूद कर्मचारियों की उदासीनता के चलते प्रति वर्ष आय वृद्धि में आशातीत सफलता नहीं मिल पा रही। न तो टैक्स वृद्धि हो पा रही है और न ही नए आय संसाधनों का विकास। राजनीतिक इच्छाशक्ति के बावजूद पालिका का तंत्र पुराने ढर्रे पर ही चल रहा है। शासन से भी भरपूर बजट आवंटन होता है बावजूद इसके उसका सदुपयोग नागरिक सुविधाओं की बढ़ोतरी में कम और दूसरे मदों में अधिक देखने को मिल रहा है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 16 Sep 2021 06:47 PM (IST)Updated: Thu, 16 Sep 2021 06:48 PM (IST)
पालिका में साधन भरपूर, फिर भी आय बढ़ाने से दूर
पालिका में साधन भरपूर, फिर भी आय बढ़ाने से दूर

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। नगरपालिका के पास भरपूर संसाधन होने के बावजूद कर्मचारियों की उदासीनता के चलते प्रति वर्ष आय वृद्धि में आशातीत सफलता नहीं मिल पा रही। न तो टैक्स वृद्धि हो पा रही है और न ही नए आय संसाधनों का विकास। राजनीतिक इच्छाशक्ति के बावजूद पालिका का तंत्र पुराने ढर्रे पर ही चल रहा है। शासन से भी भरपूर बजट आवंटन होता है बावजूद इसके उसका सदुपयोग नागरिक सुविधाओं की बढ़ोतरी में कम और दूसरे मदों में अधिक देखने को मिल रहा है।

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कर निर्धारण में तेजी नहीं ला पा रहे पालिका अधिकारी

शहर में एक लाख से अधिक आवासीय तथा व्यावसायिक भवन हैं, लेकिन नगरपालिका 2016 में किये गए सर्वे में केवल 86 हजार आवास से ही कर वसूली कर रही है, जबकि करीब 15 हजार आवासीय भवनों पर आज तक कर निर्धारण नहीं हो पाया। यदि इन भवनों पर कर निर्धारण हो जाए तो आय में प्रति वर्ष एक करोड़ से अधिक की वृद्धि हो सकती है। शिकमी किरायेदारी का मामला नहीं सुलझा पा रही पालिका

नगरपालिका की शहर में स्थित 509 दुकानों से किराया नाममात्र ही वसूल हो पा रहा है। पालिका प्रशासक रहे अमरनाथ उपाध्याय ने नए सिरे से पालिका दुकानों का किराया तथा प्रीमियम निर्धारण किया था, लेकिन अधिकारियों की इच्छाशक्ति न होने के चलते शिकमी दुकानदारों से आज तक निर्धारित किराया नहीं वसूला जा सका। कूड़ा डालने व गड्ढे करने पर पालिका का चलेगा चाबुक

नगरपालिका अधिनियम 1916 के मुताबिक सार्वजनिक स्थानों पर कूड़ा डालने या गंदगी करने पर 500 रुपये जुर्माने का प्रावधान है। नगरपालिका जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाकर आरोपितों से जुर्माना वसूलेगी, जबकि गड्ढा करने वालों पर ही जुर्माना लगाया जाएगा। किसी ने नहीं लिया कुत्ता पालने का लाइसेंस

कुत्ता पालने के लिए नगरपालिका शुल्क अदा कर लाइसेंस जारी करती है। वर्षो से किसी ने भी पालिका से कुत्ता पालने का लाइसेंस नहीं लिया। लाइसेंस शुल्क चार रुपये है, जबकि पालतु कुत्ता यदि सार्वजनिक स्थान पर गंदगी करे तो उसके मालिक पर 500 रुपये का जुर्माना लग सकता है। आवारा कुत्तो पर भी अंकु़श का भी प्रावधान है, लेकिन पशु प्रेमियों का विरोध तथा पशु क्रूरता अधिनियम के कोप से बचने के लिए पालिका कर्मचारी आवारा कुत्तो पर अंकुश नहीं लगा पाते।

इन्होंने कहा..

शासकीय आदेशों का समयबद्ध क्रियान्वयन प्राथमिकता में शामिल है। पालिका आय के साधनों को बढ़ाने के लिए भरपूर प्रयास कर रही है। विकास कार्य भी प्राथमिकता के आधार पर कराए जा रहे हैं।

- हेमराज सिंह, ईओ पालिका

नगरपालिका आय बढ़ाने के लिए नगर के 15 हजार नए आवासों पर गृहकर का निर्धारण करने के आदेश दिये गए हैं। आदेश का पालन न करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। निर्माण व विकास कार्य में किसी भी शिथिलता पर अधिकारियों तथा कर्मचारियों का समय-सयम पर जवाब-तलब किया जा रहा है।

- अंजू अग्रवाल, पालिका अध्यक्ष


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