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रिश्तेदार ने बुना रंगदारी मांगने का ताना-बाना

पैट्रोल पंप मालिक से सांडू गैंग के सदस्य ने नहीं बल्कि उसके एक रिश्तेदार ने अपने अन्य दो साथियों के साथ मिलकर दस लाख की रंगदारी मांगने का ताना-बाना बुना था। पुलिस ने रंगदारी मांगने वाले तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपितों से मोबाइल और सिम कार्ड बरामद किया हैं। आरोपित आपस में एक दूसरे के रिश्तेदार हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 02 Aug 2020 11:00 PM (IST)Updated: Mon, 03 Aug 2020 06:07 AM (IST)
रिश्तेदार ने बुना रंगदारी मांगने का ताना-बाना
रिश्तेदार ने बुना रंगदारी मांगने का ताना-बाना

मुजफ्फरनगर जेएनएन। पैट्रोल पंप मालिक से सांडू गैंग के सदस्य ने नहीं, बल्कि उसके एक रिश्तेदार ने अपने अन्य दो साथियों के साथ मिलकर दस लाख की रंगदारी मांगने का ताना-बाना बुना था। पुलिस ने रंगदारी मांगने वाले तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपितों से मोबाइल और सिम कार्ड बरामद किया हैं। आरोपित आपस में एक दूसरे के रिश्तेदार हैं।

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सठेड़ी गांव निवासी शगुन पैट्रोल पंप मालिक सतीश पुत्र सतपाल से 27 जुलाई की शाम को उनके मोबाइल पर दस लाख की रंगदारी मांगी गई थी। कॉलर ने खुद को सांडू गैंग का सदस्य बताया था। पांच दिन में रंगदारी न देने पर कत्ल की धमकी दी थी। पैट्रोल पंप मालिक की शिकायत पर पुलिस जांच में जुट गई थी। पुलिस ने मोबाइल नंबर ट्रेस कर रंगदारी मांगने वाले तीन आरोपितों को गांव बड़ौदा स्थित भट्ठे के पास गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में तीनों ने अपने नाम संजीव उर्फ पौनी पुत्र रमेश निवासी गांव बड़ौदा थाना बुढ़ाना, हिमांशु पुत्र सुरेश गांव पलड़ी थाना दोघट हाल निवासी द्वारका मोड़ विपिन गार्डन उत्तम नगर दिल्ली और रमेश राजपूत उर्फ जोनी पुत्र जसवंत निवासी लाड़पुर थाना खतौली बताए। पुलिस ने आरोपितों से रंगदारी मांगने में प्रयुक्त मोबाइल व सिम बरामद किया है। सिम संभल निवासी नैन सिंह के नाम का निकला। थानाध्यक्ष रतनपुरी राजेंद्र गिरी ने बताया कि संजीव उर्फ पौनी पैट्रोल पंप मालिक सतीश की तहेरी बहन का पुत्र है। तीनों आरोपित आपस में रिश्तेदार है। हिमांशु संजीव के भाई का साला हैं, जबकि रमेश राजपूत और हिमांशु मौसेरे भाई हैं। 27 जुलाई को दिल्ली में तीनों ने मिलकर पैट्रोल पंप मालिक सतीश से रंगदारी मांगने की योजना बनाई। हिमांशु ने मोबाइल व सिम उपलब्ध कराया, जबकि रमेश राजपूत ने फोन पर अपनी आवाज में रंगदारी मांगी। पुलिस ने तीनों आरोपितों का अपराधिक रिकार्ड खंगाला, लेकिन उनके विरुद्ध किसी भी थाने में कोई मुकदमा दर्जन नहीं मिला।


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