योग्यता की रोशनी बिखेर रहीं रश्मि
शिक्षा के क्षेत्र में अपनी मेहनत और योग्यता की रोशनी बिखेर रहीं रश्मि मिश्रा की पहचान जनपद से लेकर लखनऊ तक हो रही है। केवल विद्यालय में बच्चों को पढ़ाई कराने तक ही वह सीमित नहीं रहीं बल्कि उन्होंने जनपद की कई बालिकाओं को उनकी क्रीड़ा योग्यता की पहचान कराकर उन्हें स्टेट स्तर पर मेडल जीतने में भी अहम भूमिका निभाई है। वर्तमान में भी वह शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़कर कार्य कर रहीं हैं।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। शिक्षा के क्षेत्र में अपनी मेहनत और योग्यता की रोशनी बिखेर रहीं रश्मि मिश्रा की पहचान जनपद से लेकर लखनऊ तक हो रही है। केवल विद्यालय में बच्चों को पढ़ाई कराने तक ही वह सीमित नहीं रहीं, बल्कि उन्होंने जनपद की कई बालिकाओं को उनकी क्रीड़ा योग्यता की पहचान कराकर उन्हें स्टेट स्तर पर मेडल जीतने में भी अहम भूमिका निभाई है। वर्तमान में भी वह शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़कर कार्य कर रहीं हैं।
सिखेड़ा के प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक के पद पर तैनात रश्मि मिश्रा सुशिक्षित समाज का चेहरा बनकर खड़ी हैं। वर्तमान की बात करें तो वह उत्तर प्रदेश सरकार के मिशन प्रेरणा और निपुण भारत से जुड़कर स्टेट रिसोर्स सदस्य के रूप में जनपद की ओर से जिम्मेदारी संभाल रहीं हैं। प्रत्येक जिले से चुने गए तीन सदस्यों में उनका भी एक नाम शामिल है, जो उनकी प्रतिभा की पहचान कराता है। यह कार्य सिखेड़ा प्राथमिक विद्यालय की जिम्मेदारी के साथ वह बखूबी संभाले हुए हैं। इससे पूर्व भी रश्मि मिश्रा जिला व्यायाम शिक्षा की जिम्मेदारी निभाते हुए बालिकाओं के लिए कार्य कर चुकी हैं। उन्होंने जनपद के गोयला, तावली सहित अन्य ग्रामीण क्षेत्रों की बालिकाओं को शिक्षा के साथ उनकी क्रीड़ा योग्यता की पहचान कराई, जिसके बाद बालिकाएं कबड्डी सहित कई अन्य खेलों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर कई स्तर पर मेडल प्राप्त कर चुकी हैं।
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2015 में ही माडल स्कूल का मिल चुका खिताब
प्रदेश में प्राथमिक विद्यालयों के कायाकल्प के लिए इस समय योजनाएं चल रही हैं, लेकिन सिखेड़ा स्थित प्राथमिक विद्यालय 2015 में ही माडल स्कूल का खिताब प्राप्त कर चुका हैं। उनके विद्यालय में बिजली, पंखे, पेयजल आदि की व्यवस्था 2015 में पूर्ण हो गई थी।