Move to Jagran APP

बार्डर पर देशभक्ति के तरानों संग मनता था रेडियो दिवस

आधुनिकता के दौर में पीछे छूटता रेडियो का क्रेज आज भी उन लोगों को याद है जिन्होंने रेडियो को अपना मनोरंजन और सूचना का मजबूत माध्यम बनाया था। सन् 1990 के दशक के बाद पीछे छूटती रेडियो की तंरगों का महत्व पूर्व फौजी अधिक बेहतर जानते हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 12 Feb 2021 11:28 PM (IST)Updated: Fri, 12 Feb 2021 11:28 PM (IST)
बार्डर पर देशभक्ति के तरानों संग मनता था रेडियो दिवस
बार्डर पर देशभक्ति के तरानों संग मनता था रेडियो दिवस

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। आधुनिकता के दौर में पीछे छूटता रेडियो का क्रेज आज भी उन लोगों को याद है, जिन्होंने रेडियो को अपना मनोरंजन और सूचना का मजबूत माध्यम बनाया था। सन् 1990 के दशक के बाद पीछे छूटती रेडियो की तंरगों का महत्व पूर्व फौजी अधिक बेहतर जानते हैं।

loksabha election banner

देश की रक्षा के लिए उडी सेक्टर से लेकर पुंछ और श्रीनगर तक बार्डर पर तैनात रहे इंदिरा कालोनी निवासी पूर्व फौजी कैप्टन सुरेश त्यागी रेडियो की बड़ी दिलचस्प कहानी बताते हैं। सुरेश त्यागी का कहना है कि रेडियो की महत्ता 90 के दशक तक फौजियों में जबरदस्त तरीके से रही है। उन्हें आज भी याद है जब वे 1973 में उड़ी सेक्टर में तैनात थे और वहां हमला हुआ था। उसकी पूरी खबर रेडियो पर प्रसारित हुई, जो देश के कोने-कोने तक पहुंची। वहीं रेडियो दिवस पर सैनिकों के सम्मान में विशेष कार्यक्रम आता था, जिससे हौसला बढ़ता था। देशभक्ति के संगीत प्रसार भारती की तरफ से प्रसारित होते थे। इसके अलावा किसान चर्चा, संगीत आदि कार्यक्रम भी फौजी बार्डरों पर सुनते थे, जो आज के समय में मोबाइलों में आ चुका है।

'मन की बात' ने बढ़ाई रेडियो की उपयोगिता

शहर के साईधाम कालोनी निवासी जयकुमार शर्मा बताते है कि रेडियो का स्वरूप अब बदल गया है, सारी सुविधा मोबाइल फोन में समाहित है, लेकिन हम जैसे पुराने लोगों के पास रेडियो आज भी है, जिससे एफएम के कार्यक्रम सुने जाते हैं। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की का 'मन की बात' कार्यक्रम भी रेडियो से सुनते हैं, जिससे रेडियो की उपयोगिता बढ़ी है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.