महिला शिक्षक संघ की मंडल अध्यक्ष बनीं प्रीति सिंह
मुजफ्फरनगर जेएनएन। क्षेत्र के मिडकाली गांव स्थित प्राइमरी विद्यालय की अध्यापिका प्रीति सिंह को महिल
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। क्षेत्र के मिडकाली गांव स्थित प्राइमरी विद्यालय की अध्यापिका प्रीति सिंह को महिला शिक्षक संघ ने सहारनपुर मंडल का अध्यक्ष और अध्यापिका अनीता रानी को महामंत्री बनाया है। अध्यापिका प्रीति सिंह ने कहा कि वह दायित्व निर्वहन जिम्मेदारी से करते हुए संगठन को मजबूत करेंगी। प्रीति को नवाचार से शिक्षा देकर बच्चों के बौद्धिक स्तर में वृद्धि करने के लिए अभ्युदय वात्सल्य समिति, उत्तराखंड ने हरिद्वार में आयोजित कार्यक्रम में नेशनल इनोवेटिव टीचर अवार्ड से भी सम्मानित किया था।
बैंक सखी के चयन को हुई परीक्षा
जागरण संवाददाता, खतौली: खंड विकास कार्यालय के सभागार में गुरुवार को राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा बैंक सखी के चयन के लिए लिखित व मौखिक परीक्षा कराई गई। ब्लाक मिशन मैनेजर हरिओम शर्मा की देखरेख में परीक्षा संपन्न हुई। उन्होंने बताया कि बैंक सखी चयन परीक्षा में समूह, बैंकों में समूह के कार्यो में सहयोग और समूह को बैंकिग प्रक्रिया में जोड़ने के प्रश्न दिए गए। लिखित परीक्षा में समूह और समूह का बैंक से संबंधित कार्यो के विषय पर प्रश्न पूछे गए। परीक्षा में 60 महिलाओं ने प्रतिभाग किया। एक-दो दिन में परीक्षा को परिणाम घोषित किया जाएगा। चयनित होने पर महिलाओें को उनको कार्य पर भेजा जाएगा। इस दौरान मिशन प्रबंधक मनोज कुमार, एडीओ सतीश कुमार, चंदकीराम, सोनू, शिवकुमार आदि मौजूद रहे।
अपनी जमीन पर पौधे लगाइये और अनुदान पाइये
राज्य ब्यूरो, लखनऊ : वन विभाग किसानों को उनकी जमीन पर पौधारोपण के लिए अनुदान प्रदान करेगी। यानी अपनी जमीन पर पौधे लगाइये और सरकार से अनुदान पाइये। मेड़ पर 150 पौध प्रति हेक्टेयर लगाने पर 35 रुपये प्रति पौध के हिसाब से अनुदान दिया जाएगा। यह अनुदान चार साल में सरकार चार किस्तों में किसानों को देगी। दूसरी फसलों के साथ ब्लाक बनाकर पौधारोपण करने पर 500 पौध प्रति हेक्टेयर लगाने पर 28 रुपये प्रति पौध के हिसाब से अनुदान मिलेगा।
यूं तो सब मिशन ऑन एग्रोफारेस्ट्री योजना प्रदेश के 36 जिलों में चल रही है। अब इस योजना को वन विभाग और व्यापक स्वरूप देने जा रहा है।
अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक, योजना एवं कृषि वानिकी मुकेश कुमार ने बताया कि इस योजना के तहत इमली, यूकेलिप्टस, शहतूत, शीशम, बांस, सागौन, जामुन, नीम, बालम खीरा, गोल्ड मोहर, कंजी, आंवला, आम, अर्जुन, अमरूद आदि प्रजातियां लगाई जाती हैं। उन्होंने बताया कि यह योजना बुलंदशहर, बिजनौर, हाथरस, बदायूं, मुजफ्फरनगर सहित 34 जिले शामिल हैं।