फर्जी सीबीआइ अफसर बनकर रेड डालने पहुंचे व्यक्ति को पुलिस ने दबोचा Muzaffarnagar News
सीबीआइ अधिकारी बताते हुए शनिवार रात नई मंडी कोतवाली पहुंचे एक व्यक्ति ने क्षेत्र के गोकुल सिटी व वृंदावन गार्डन कॉलोनी में एक गोपनीय मामले में रेड डालने की बात कही।
By Taruna TayalEdited By: Published: Sun, 23 Jun 2019 05:54 PM (IST)Updated: Sun, 23 Jun 2019 05:54 PM (IST)
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। खुद को सीबीआइ अधिकारी बता रेड डालने पहुंचे एक व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस आरोपित से पूछताछ कर उसके असली मकसद का पता लगाने की कोशिश कर रही है।
फर्जी अधिकारी, फर्जी रेड
सीबीआइ अधिकारी बताते हुए शनिवार रात नई मंडी कोतवाली पहुंचे एक व्यक्ति ने क्षेत्र के गोकुल सिटी व वृंदावन गार्डन कॉलोनी में एक गोपनीय मामले में रेड डालने की बात कही। नई मंडी कोतवाली में अपनी आमद का उद्देश्य दर्ज कराते हुए आरोपित ने कोतवाली प्रभारी से अपनी सुरक्षा के लिए दो सिपाही भी मुहैया करा लिए। दोनों सिपाहियों को साथ लेकर आरोपित गोकुल सिटी के लिए रवाना हो गया। गोकुल सिटी में पहुंचे कथित सीबीआइ अधिकारी ने टैक्स चोरी के मामले की जांच बताते हुए छापेमारी की बात कही तो उसके साथ सिक्योरिटी में तैनात पुलिसकर्मियों को उस पर शक हो गया। इस दौरान गोकुल सिटी में कुछ लोग भी एकत्र हो गए।
पुलिस ने शक होने पर दबोचा
पुलिसकर्मियों ने शक होने पर मामले की सूचना नई मंडी कोतवाली दी। जिसके बाद मिले निर्देशों के आधार पर दोनों पुलिसकर्मियों ने कथित सीबीआइ अधिकारी को भी दबोच लिया और नई मंडी कोतवाली ले आए। नई मंडी कोतवाली के कार्यवाहक प्रभारी निरीक्षक मदन सिंह बिष्ट व दरोगा सतीश कुमार ने दबोचे गए आरोपी से सख्ती से पूछताछ की। इस दौरान उसकी तलाशी ली गई। पूछताछ के दौरान पुलिस ने उसको गौर से देखा तो आरोपित की दाढ़ी व मूंछ भी नकली पाई गई। एसआइ सतीश कुमार ने बताया कि पकड़ा गया व्यक्ति अपना नाम विपुल निवासी नई मंडी बता रहा है। उन्होंने बताया कि फिलहाल आरोपित से पूछताछ चल रही है और पुलिस इस बात की जानकारी कर रही है कि कथित तौर से फर्जी सीबीआइ अफसर बनकर पहुंचे आरोपित का असली उद्देश्य क्या था। अपने आप को सीबीआइ एटीएस का डिप्टी कमिश्नर बताने वाले उक्त व्यक्ति ने अपना आइकार्ड भी गले में टांग रखा था, जिस पर नाम जितेंद्र कुमार व पता सीबीआइ नई दिल्ली कार्यालय दिया हुआ था।
कारोबारी का नौकर निकला कथित सीबीआइ अफसर
पकड़े गए फर्जी सीबीआइ अफसर से पुलिस पूछताछ में जुटी है। कथित युवक मूल रूप से बिजनौर का रहने वाला है और चार साल पहले टाइल्स कारोबारी के यहां नौकरी करता था। हरि वृन्दावन सिटी में रहने वाले आदेश गोयल का वह आवास है, जहां आरोपित सीबीआइ अफसर बनकर रेड डालने पहुंचा था। पुलिस के मुताबिक जिस समय यह टीम कारोबारी के आवास पर पहुंची, तब कारोबारी आदेश घर पर नहीं थे। इस बीच कथित अधिकारी ने कहा कि 10 लाख रुपये जमा कर दीजिए, जिसकी वह उन्हें रसीद भी देगा। इस पर लोगों को शक हो गया। कड़ाई से पूछताछ में युवक ने खुद का नाम त्रिवेंद्र सिंह बताया है, वह मूल रूप से चांदपुर बिजनौर का रहने वाला है। पूछताछ में युवक ने यह स्वीकार किया कि वह पहले आदेश गोयल के यहां नौकरी करता था। पैसों के लालच में उसके दिमाग में रेड डालने का आइडिया आया।
फर्जी अधिकारी, फर्जी रेड
सीबीआइ अधिकारी बताते हुए शनिवार रात नई मंडी कोतवाली पहुंचे एक व्यक्ति ने क्षेत्र के गोकुल सिटी व वृंदावन गार्डन कॉलोनी में एक गोपनीय मामले में रेड डालने की बात कही। नई मंडी कोतवाली में अपनी आमद का उद्देश्य दर्ज कराते हुए आरोपित ने कोतवाली प्रभारी से अपनी सुरक्षा के लिए दो सिपाही भी मुहैया करा लिए। दोनों सिपाहियों को साथ लेकर आरोपित गोकुल सिटी के लिए रवाना हो गया। गोकुल सिटी में पहुंचे कथित सीबीआइ अधिकारी ने टैक्स चोरी के मामले की जांच बताते हुए छापेमारी की बात कही तो उसके साथ सिक्योरिटी में तैनात पुलिसकर्मियों को उस पर शक हो गया। इस दौरान गोकुल सिटी में कुछ लोग भी एकत्र हो गए।
पुलिस ने शक होने पर दबोचा
पुलिसकर्मियों ने शक होने पर मामले की सूचना नई मंडी कोतवाली दी। जिसके बाद मिले निर्देशों के आधार पर दोनों पुलिसकर्मियों ने कथित सीबीआइ अधिकारी को भी दबोच लिया और नई मंडी कोतवाली ले आए। नई मंडी कोतवाली के कार्यवाहक प्रभारी निरीक्षक मदन सिंह बिष्ट व दरोगा सतीश कुमार ने दबोचे गए आरोपी से सख्ती से पूछताछ की। इस दौरान उसकी तलाशी ली गई। पूछताछ के दौरान पुलिस ने उसको गौर से देखा तो आरोपित की दाढ़ी व मूंछ भी नकली पाई गई। एसआइ सतीश कुमार ने बताया कि पकड़ा गया व्यक्ति अपना नाम विपुल निवासी नई मंडी बता रहा है। उन्होंने बताया कि फिलहाल आरोपित से पूछताछ चल रही है और पुलिस इस बात की जानकारी कर रही है कि कथित तौर से फर्जी सीबीआइ अफसर बनकर पहुंचे आरोपित का असली उद्देश्य क्या था। अपने आप को सीबीआइ एटीएस का डिप्टी कमिश्नर बताने वाले उक्त व्यक्ति ने अपना आइकार्ड भी गले में टांग रखा था, जिस पर नाम जितेंद्र कुमार व पता सीबीआइ नई दिल्ली कार्यालय दिया हुआ था।
कारोबारी का नौकर निकला कथित सीबीआइ अफसर
पकड़े गए फर्जी सीबीआइ अफसर से पुलिस पूछताछ में जुटी है। कथित युवक मूल रूप से बिजनौर का रहने वाला है और चार साल पहले टाइल्स कारोबारी के यहां नौकरी करता था। हरि वृन्दावन सिटी में रहने वाले आदेश गोयल का वह आवास है, जहां आरोपित सीबीआइ अफसर बनकर रेड डालने पहुंचा था। पुलिस के मुताबिक जिस समय यह टीम कारोबारी के आवास पर पहुंची, तब कारोबारी आदेश घर पर नहीं थे। इस बीच कथित अधिकारी ने कहा कि 10 लाख रुपये जमा कर दीजिए, जिसकी वह उन्हें रसीद भी देगा। इस पर लोगों को शक हो गया। कड़ाई से पूछताछ में युवक ने खुद का नाम त्रिवेंद्र सिंह बताया है, वह मूल रूप से चांदपुर बिजनौर का रहने वाला है। पूछताछ में युवक ने यह स्वीकार किया कि वह पहले आदेश गोयल के यहां नौकरी करता था। पैसों के लालच में उसके दिमाग में रेड डालने का आइडिया आया।
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