बारिश बंद होते ही घर से बाहर निकले लोग, सड़कों पर जाम
दो दिन की बारिश के बाद लोग अपने जरूरी कार्यो से घरों से बाहर निकले तो सड़कों पर जाम लगा रहा। धूप नहीं निकलने और शीतलहर चलने से दिन का पारा लुढ़क गया जिससे गर्म व ऊनी कपड़े पहनने के बाद भी पूरे दिन लोग ठंड में कंपकंपाते रहे।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। दो दिन की बारिश के बाद लोग अपने जरूरी कार्यो से घरों से बाहर निकले तो सड़कों पर जाम लगा रहा। धूप नहीं निकलने और शीतलहर चलने से दिन का पारा लुढ़क गया, जिससे गर्म व ऊनी कपड़े पहनने के बाद भी पूरे दिन लोग ठंड में कंपकंपाते रहे।
दो दिन तक रुक-रुककर हुई बारिश से लोग घरों में कैद होने को मजबूर थे। सोमवार को बारिश बंद हुई तो लोग घर से बाहर निकल पड़े और अपने जरूरी कार्य किए। लोगों के बाहर आने से सड़कों पर जाम के हालात रहे। जानसठ रोड फ्लाई ओवर, भोपा रोड फ्लाई ओवर, अंसारी रोड, टाउनहाल रोड, सदर बाजार, रुड़की रोड आदि में लोगों की भीड़ के चलते जाम लगा रहा। जाम खुलवाने के लिए पुलिस को बड़ी मशक्कत करनी पड़ी। बाजारों में चहल-पहल रही। सुबह से बादल छाए हुए थे। ठंडी हवा चल रही थी। अपराह्न करीब तीन बजे थोड़ी देर के लिए सूर्यदेव दिखाई दिए। हल्की धूप निकली, लेकिन गर्म व ऊनी कपड़ों में लिपटने के बाद भी ठंड से राहत नहीं मिल पा रही थी। घर, दफ्तर, दुकान, प्रतिष्ठान आदि में हीटर, अंगीठी, लकड़ी, कोयला आदि जलाकर ठंड से बचने का प्रयास किया जा रहा था। बाजारों में जगह-जगह लोगों ने अलाव का सहारा लिया। ठंड में हाथ-पैर सुन्न हो रहे थे। सोमवार को अधिकतम तापमान 13.3 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से छह डिग्री कम है। न्यूनतम तापमान 7.5 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग ने अगले दो दिन कोहरा छाने तथा तापमान में गिरावट की आशंका जताई है। राहत नहीं दे पायी हल्की धूप
खतौली : बारिश और बर्फीली हवा ने शरीर में गलन घोल दी थी। लोग घरों से निकलने की हिम्मत नहीं जुटा पाए थे। कई दिन बाजार बेरौनक रहे और सड़कों सन्नाटा रहा। लगातार हुई रिमझिम बारिश आफत साबित हुई। कस्बे में मेन रोड, बुढ़ाना रोड, सफेदा मिल रोड आदि स्थानों पर जलभराव व कीचड़ रहा, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। दोपहिया वाहन फिसल कर गिरे। सोमवार को मौसम साफ रहा। हल्की धूप निकली, लेकिन ठंड से राहत नहीं मिल सकी।
विद्युत आपूर्ति ठप, दो दिन से अंधेरे में डूबा बसेड़ा
छपार : क्षेत्र में दो दिन तक हुई भारी बारिश के कारण विद्युत व्यवस्था चरमरा गई। बत्ती गुल होने के कारण बसेड़ा गांव शनिवार रात से अंधेरे में डूबा है। बसेड़ा स्थित बिजलीघर से बसेड़ा, भैसरहेड़ी, तेजलहेड़ा, खिदड़िया, सिमर्थी, कासमपुर व बसेड़ी आदि गांवों में विद्युत सप्लाई होती है। परंतु बिजलीघर में खराबी आ जाने के कारण शनिवार रात नौ बजे से आपूर्ति ठप हो गई, जो सोमवार को दोपहर बाद भी सुचारु नहीं हो सकी, जिससे बसेड़ा सहित सभी गांवों में अंधेरा छाया रहा। ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ा। ग्रामीणों ने विद्युत विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है।