जलाभिषेक आज, शिवालयों में पहुंचे शिवभक्त
महाशिवरात्रि पर्व की तैयारी पूरी हो गई है। शिवभक्त दिनभर हरिद्वार से गंगाजल लेकर शिवालयों की ओर रवाना हुए। शिव चौक की परिक्रमा कर भगवान भोलेनाथ से आशीर्वाद लिया। शिवालयों में 11 मार्च की सुबह 4.01 बजे से जलाभिषेक शुरू होगा और पूरे दिन होता रहेगा।
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। महाशिवरात्रि पर्व की तैयारी पूरी हो गई है। शिवभक्त दिनभर हरिद्वार से गंगाजल लेकर शिवालयों की ओर रवाना हुए। शिव चौक की परिक्रमा कर भगवान भोलेनाथ से आशीर्वाद लिया। शिवालयों में 11 मार्च की सुबह 4.01 बजे से जलाभिषेक शुरू होगा और पूरे दिन होता रहेगा।
त्रयोदशी और चतुर्दशी पर शिवमंदिरो में जलाभिषेक का विशेष महत्व है। जलाभिषेक की तैयारी श्रद्धालु कई दिन से कर रहे थे। शिवालयों में साफ-सफाई के साथ ही सजाया गया है। मेरठ-रुड़की रोड स्थित शिव चौक समेत गांधी कालोनी व नई मंडी स्थित मंदिरों में दिनभर तैयारी चलती रही। वहीं बड़ी संख्या में शिवभक्त हरिद्वार से गंगाजल लेकर जिले से गुजरे। शिवभक्त चौ. चरण सिंह कांवड़ मार्ग से भी गंतव्य की ओर रवाना हुए। वहीं हाईवे समेत शहर के बीच से होकर गुजर कांवड़ियों ने हर-हर महादेव, बम-बम भोले, चलो शिव के धाम के जयकारे लगाए। दिनभर ट्रैफिक पुलिस कांवड़ियों को सुरक्षित निकालने में लगी रही। इसके लिए शिव चौक पर बैरिकडिग की गई। कांवड़ियों ने शिव चौक की परिक्रमा की और मेरठ व शामली की ओर रवाना हो गए। मंदिरों में रंग-बिरंगी लाइट लगाई गई हैं। श्रीश्याम मंदिर गांधीनगर के महंत पंडित हंसराज भारद्वाज ने बताया कि फाल्गुन मास की महाशिवरात्रि पर जलाभिषेक का विशेष महत्व है। महाशिवरात्रि पर चारों पहर में पूजन किया जाता है। त्रयोदशी का जलाभिषेक गुरुवार की भोर में 4.01 बजे शुरू होगा। महाशिवरात्रि का पूजन अपराह्न तीन बजे से होगा। इसी समय चतुर्दशी का जलाभिषेक भी शुरू हो जाएगा। गुरुवार को पूरे दिन जलाभिषेक किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि जलाभिषेक के समय ऊँ नम: शिवाय का जाप जरूर करना चाहिए।