अंतरजनपदीय तबादला सूची लाक, 354 को हरी झंडी
बेसिक शिक्षा विभाग में एक वर्ष से अधिक समय से चल रही अंतरजनपदीय तबादला प्रक्रिया अंतिम दौर में पहुंच गई है। जनपद स्तर से सभी शिक्षकों के दावे-आपत्तियों का निस्तारण कर विभागीय अधिकारियों ने सूची फाइनल कर दी है। आनलाइन प्रक्रिया के तहत पूरी सूची लाक होने के बाद आवेदक शिक्षकों की तैनाती का अंतिम निर्णय सचिव स्तर से होगा।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। बेसिक शिक्षा विभाग में एक वर्ष से अधिक समय से चल रही अंतरजनपदीय तबादला प्रक्रिया अंतिम दौर में पहुंच गई है। जनपद स्तर से सभी शिक्षकों के दावे-आपत्तियों का निस्तारण कर विभागीय अधिकारियों ने सूची फाइनल कर दी है। आनलाइन प्रक्रिया के तहत पूरी सूची लाक होने के बाद आवेदक शिक्षकों की तैनाती का अंतिम निर्णय सचिव स्तर से होगा।
विभिन्न बीमारियों, सैनिक, अद्धसैनिक परिवारों सहित अन्य मुख्य कारणों पर बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों के लिए शासन ने अंतरजनपदीय तबादलों का मौका शिक्षकों को दिया था। करीब एक वर्ष पूर्व शुरू हुई इस प्रक्रिया के अंतिम चरण तक पहुंचने में विभिन्न कारणों से लंबा समय गुजर गया। सोमवार देर शाम प्रदेश के सभी जिलों में पेडिग चल रहे आवेदनों को खत्म करने के निर्देश हुए, जिसके बाद देर रात तक बीएसए ने आनलाइन सभी आवेदनों की जांच कर अंतिम फोल्डर में अंतरजपदीय तबादलों के लिए चयनित हुए शिक्षकों के नाम अपलोड करा दिए। बीएसए मायाराम ने बताया कि जिले में अंतरजनपदीय तबादलों के लिए कुल 1064 शिक्षकों ने पंजीकरण किया था, जिसके बाद 709 शिक्षकों ने विभाग में आवेदन-पत्र दाखिल किए थे। आवदेन-पत्रों की जांच के बाद 355 शिक्षकों के आवेदनों में कमी मिलने पर निरस्त कर दिए गए। अंतिम सूची में जिले से 354 शिक्षकों का चयन हुआ है। अंतरजनपदीय तबादलों के लिए चुने गए शिक्षकों के स्थानातंरण पर मोहर बेसिक शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव के जल्द ही लगाने की उम्मीद है।
मेरठ की सबसे अधिक डिमांड
जनपद से अन्य जिलों के लिए फाइनल हुई शिक्षकों की सूची में सबसे अधिक डिमांड मेरठ जनपद में तैनाती के लिए है। इसके बाद शिक्षक बागपत को पसंद कर रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि मुजफ्फरनगर से सहारनपुर जाने वाले शिक्षकों की कमी है। हालाकि जनपद से 354 शिक्षकों को अंतिम सूची में शामिल किया गया है, लेकिन स्थानांतरण के लिए चुने गए जिले में शिक्षकों की जगह और मुजफ्फरनगर में शिक्षक के स्थानांरतण से बच्चों की पढ़ाई बाधित न होने की दशा में ही पसंद के जिले में शिक्षकों को तैनाती मिल पाएगी।