बड़ी ग्राम पंचायत के विकास कार्यों की होगी जांच
खतौली खंड विकास कार्यालय की बड़ी ग्राम पंचायतों पर किए गए विकास कार्यों पर जांच का चाबुक चलाया जाएगा।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। खतौली खंड विकास कार्यालय की बड़ी ग्राम पंचायतों पर किए गए विकास कार्यों पर जांच का चाबुक चलाया जाएगा। शासन ने अप्रैल के बाद हुए विकास कार्यों की सत्यता परखने के निर्देश दिए है। इसके चलते विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों में खलबली मच गई है। ब्लाक स्तर से बड़े पैमाने पर स्वास्थ्य उपकेंद्रों, विद्यालयों पर बजट खर्च किया गया है। बीडीओ पवन कुमार विश्वकर्मा ने बताया कि आला अधिकारियों द्वारा ही जांच टीम बनाई जाएगी।
खंड विकास खतौली में 84 ग्राम पंचायत है। जिनमें दस से अधिक बड़े गांव है। इनमें सबसे बड़ी ग्राम पंचायत खतौली ग्रामीण है, जिसका वार्षिक बजट 60 लाख रुपये है। शेखपुरा का 40, नावला का 45, मंसूरपुर का 54, बोपाड़ा का 48, सराय रसूलपुर का 40, फुलत का 32, भैंसी, खानूपुर का 28 और बड़सू का वार्षिक बजट 25 लाख रूपये है। प्रधानों को पहली किस्त जारी हो चुकी है। जिसके आधार पर कार्य आरंभ किए गए हैं। वहीं, कोविड-19 काल में गांवों में बने स्वास्थ्य उपकेंद्र, विद्यालयों की सूरत संवारी गई है। जिस पर बड़े पैमाने पर बजट खर्च किया गया है। अब शासन ने विकास कार्य की रैडम जांच करने के निर्देश दिए है। पहले चरण में बड़ी ग्राम पंचायतों के विकास कार्यों को परखा जाएगा। इसके लिए प्रशासन ने तैयारी आरंभ की है। जांच के निर्देश से ब्लाक अधिकारियों और कर्मचारियों की सांसे फूल गई है। बीडीओ पवन कुमार विश्वकर्मा ने बताया कि बड़ी ग्राम पंचायतों में किए गए कार्यों की पड़ताल और जांच होगी। इसके लिए आला अधिकारियों द्वारा ही जांच टीम बनाई जाएगी। - - - - - - - - - -