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क्वार्टर फाइनल से भारतीय बेटियां बाहर, विदेशी खिलाड़ी चमकीं

मुजफ्फरनगर: टेनिस कोर्ट में पांचवें दिन कड़े मुकाबलों से टूर्नामेंट का रोमांच बढ़ गया। क्व

By JagranEdited By: Published: Wed, 14 Nov 2018 11:12 PM (IST)Updated: Wed, 14 Nov 2018 11:12 PM (IST)
क्वार्टर फाइनल से भारतीय बेटियां बाहर, विदेशी खिलाड़ी चमकीं
क्वार्टर फाइनल से भारतीय बेटियां बाहर, विदेशी खिलाड़ी चमकीं

मुजफ्फरनगर: टेनिस कोर्ट में पांचवें दिन कड़े मुकाबलों से टूर्नामेंट का रोमांच बढ़ गया। क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने के लिए छिड़े घमासान के बीच खिलाड़ियों के बीच अंकों के लिए तूफानी रेस भी देखी गई। 2013 में इस टूर्नामेंट की विजेता क्लैफनर की नाव अतिविश्वास में डूब गई। उधर, ज्यादातर भारतीय बालाएं स्पर्धा से बाहर हो गई। 25 हजार यूएस डॉलर वाली इनामी इंटरनेशनल टेनिस फेडरेशन महिला टूर्नामेंट में बुधवार को आठ मैच एकल और दो युगल के मुकाबले खेले गए।

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वाइल्ड कार्ड के जरिए टूर्नामेंट में स्थान बनाने वाली दिल्ली की प्रेरणा भांबरी और गुजरात की जील देसाई ने शानदार प्रदर्शन किया, किंतु यह जीत के लिए पर्याप्त नहीं था। क्वार्टर फाइनल में कोई भारतीय खिलाड़ी नहीं पहुंचा। युगल में भी भारतीय जोड़ी को हार का मुंह देखना पड़ा। हालांकि भारत के गोवा की नताशा पलाह से युगल में उम्मीदें बाकी हैं। गुरुवार को सेमीफाइनल के लिए खिलाड़ियों में जंग होगी।

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जीत में नहीं बदल सका भांबरी और जील का संघर्ष

ऑल इंडिया टेनिस फेडरेशन से वाइल्ड कार्ड के जरिये भावना स्वरूप मेमोरियल अंतर्राष्ट्रीय महिला टेनिस टूर्नामेंट में जगह पाने वाली भारत की प्रेरणा भांबरी का संघर्ष काम नहीं आ सका। कोर्ट नंबर एक पर एक घंटा 48 मिनट तक चले कड़े मुकाबले में भांबरी ने पहले सेट में स्लोवेनिया की नस्तजा कोलार पर 6-5 से बढ़त बनाई। किंतु कोलार ने भांबरी को 5-7 और 6-0 से हरा दिया। वहीं, कोर्ट नंबर दो पर सूरज की तपिश के साथ खेल का पारा भी चढ़ा रहा। यहां भारत की जील देसाई ने स्लोवाकिया की टेरेजा मिल्हीकोवा के बीच दो घंटे 50 मिनट तक मुकाबला चला। पहले सेट में जील ने 7-6 से बढ़त बनाने में कामयाबी हासिल की। इसके बाद टेरेजा ने जील देसाई को कोई मौका नहीं दिया। संघर्षपूर्ण मुकाबले में जील देसाई जूझती दिखीं। पौने तीन घंटे तक चले खेल में दोनों खिलाड़ियों को तेज धूप ने भी परेशान किया। व‌र्ल्ड में 397वीं रैंक प्राप्त टेरेजा ने 2-6, 6-2 से मुकाबला अपने नाम कर लिया।

कोर्ट नंबर तीन पर विश्व स्तर पर 438वीं रैंक प्राप्त जापान की कोयोका ओकामुरा और स्विजरलैंड की केरिन केनेल में एक घंटा 22 मिनट तक क्वार्टर फाइनल में पहुंचने की जंग हुई। ओकामुरा ने तेज सर्विस, ग्राउंड स्ट्रोक की बदौलत मैच पर शुरू से ही पकड़ बनाई। जिसमें केनेल को संभलने का मौका नहीं मिल सका है। इस मैच में ओकामुरा ने 6-3, 6-4 से जीत दर्ज की। दोपहर बाद कोर्ट नंबर एक पर सबसे दिलचस्प मुकाबला खेला गया। एक ओर टूर्नामेंट की टॉप रैंक में शुमार जापान की हिरोको कुआटा ने भारत की 879वीं रैंक प्राप्त सौजन्या बाविसेट्टी को मात दी। एक घंटा 21 मिनट चले मुकाबले में सौजन्या ने चुनौती देने की भरसक कोशिश की, मगर नाकाम रही। कोर्ट पर चारों ओर शॉट और तेज सर्विस के साथ कुआटा ने 6-1, 6-4 से सौजन्या को हरा दिया।

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अति आत्मविश्वास में डूबीं दिग्गज खिलाड़ी

कोर्ट नंबर दो पर चले बुलगेरिया की अलेक्सांद्रिना नायडेनोवा और ऑस्ट्रिया की मिलैनी क्लैफ्फनर के बीच एक घंटा 22 मिनट तक मुकाबला चला। क्लैफ्फनर वर्ष 2013 में सर्विस क्लब में हुए टूर्नामेंट की विजेता रही है। क्लैफ्फनर को उसका ग्रास कोर्ट पर खेलने का अति आत्मविश्वास ले डूबा। विश्व में 442वीं रैंक प्राप्त अलेक्सांद्रिना नायडेनोवा ने यह मैच 6-0, 7-5 से जीतकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई है। इंडोनेशिया की अल्दिला सुतजियादी का जीत का सफर लगातार जारी रहा। कोर्ट नंबर तीन पर 660वीं रैक हासिल अल्दिला सुतजियादी और स्लोवाकिया की विक्टोरिया मोरवयोवा में एक घंटा 12 मिनट तक क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने के लिए जंग चली। इसमें अल्दिला ने 6-3, 6-1 से मुकाबला जीत लिया। उधर, कोर्ट नंबर तीन पर चले युगल के मुकाबले में 347वीं रैक पर काबिज स्लोवेनिया की नस्तजा कोलार व अमेरिका की 997वीं रैंकर एलेक्जेंड्रा रिली की जोड़ी ने वर्ष 2006 की टूर्नामेंट विजेता किर्गिस्तान की 510वीं केसिना पलकीना व उजबेकिस्तान की 1010वीं रैंक हासिल अल्बीना खबीबुलीना को 4-6, 6-4, 10-6 से हराकर युगल के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई है।

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साई समिथा की हार से टूटी आस

टूर्नामेंट के ¨सगल के दूसरे राउंड में पहुंचने वाली चेन्नई की साई समिथा से भारतीय खेमे को उम्मीदें थीं। 360वीं रैंक की सर्बिया की नतालिजा कोस्टिक और भारत की साई समिथा चमार्थी में कोर्ट नंबर एक पर एक घंटा-1 मिनट तक मैच चला। यहां कोस्टिक ने ग्राउंड स्ट्रोक के सटीक शॉट से समिथा को संभलने का मौका नहीं दिया। बेहतरीन बैकहैंड और तकनीक अपनाते हुए कोस्टिक ने 6-3, 6-1 से समिथा को शिकस्त देकर टूर्नामेंट से बाहर कर दिया। वहीं, युगल में भी भारतीय जोड़ी जापान का मुकाबला नहीं कर सकी। दोपहर बाद कोर्ट नंबर एक पर युगल में भारत श्रव्या शिवानी चिलाकलपुड़ी, स्नेहल मने और जापान की कोयोका ओकामुरा, मीचिकी ओजेकी की जोड़ी ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। इस मुकाबले में भारतीय जोड़ी को तीन सेट में 6-1, 5-7, 10-6 से पराजित कर उम्मीदों पर पानी फेर दिया।


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