देश के विकास में अपनी जिम्मेदारियां निभाएं युवा
मुजफ्फरनगर : एसडी कालेज ऑफ इंजीनिय¨रग में चल रही दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का रविवार
मुजफ्फरनगर : एसडी कालेज ऑफ इंजीनिय¨रग में चल रही दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का रविवार को समापन हुआ। प्रोफेसर डॉ. एसएन चौहान की सरोकार पुस्तक का लोकार्पण किया गया। वक्ताओं ने कहा कि देश की प्रगति, विकास में युवा अपनी जिम्मेदारियां निभाएं। जब-जब राजनीति लड़खड़ाती है साहित्य ही उसे संभालता है। राष्ट्र निर्माण के लिए साहित्य का योगदान महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि साहित्य को समाज के परिवेश में ढालकर जोड़ने की आवश्यकता है।
गोष्ठी के प्रथम सत्र में डॉ. एसएन चौहान ने कहा कि समाजवाद, साम्यवाद व पूंजीवाद नाकाम रहा है। भारत तब तक बिलखता रहेगा, जब तक मानव विकास एवं भौतिक विकास कदम से कदम मिलाकर नहीं चलेगा। जिस बुराई से हमें लड़ना है वह राजनैतिक, सामाजिक नहीं बल्कि मनुष्य के खुद की बुराई है। प्रोफेसर जीतेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि आज के समाज हित में संवेदनाओं व विडंबनाओं को समझ कर तकनीक का उपयोग समझें। साहित्य के साथ राजनीति को दिशा व ऊर्जा देने की आवश्यकता है। डॉ. वीरेंद्र आजम ने आजादी के बाद बढ़ती चुनौतियों को स्वीकार कर देश का औद्योगिकीकरण कर विकास की ओर कदम बढ़ाए। साहित्य का महत्व राष्ट्रोत्थान के लिए मानव का नैतिक विकास करने से है। प्रांजल धर ने राष्ट्र के चार स्तंभों जनसंख्या, सरकार, क्षेत्र व संप्रभुता का महत्व बताया।
संगोष्ठी में डॉ. एसएन चौहान की लिखी पुस्तक सरोकार का लोकार्पण किया गया। सत्र में 11 शोध-पत्र प्रस्तुत किए गए। आयोजक प्राचार्य डॉ. एके गौतम, डॉ. परेश कुमार ने अतिथियों को प्रतीक चिह्न भेंट किए। सत्र की अध्यक्षता प्रोफेसर जीतेंद्र श्रीवास्तव और संचालन प्रगति शर्मा ने किया। इस दौरान एचबीटीयू कानपुर के प्रोफेसर नरेंद्र कोहली, आइआइटी लखनऊ के प्रोफेसर संजय ¨सह, डॉ. अजय अग्रवाल, डॉ. ए कीर्तिवर्धन, डॉ. रवीश ¨सह राजपूत, एसपी ट्रैफिक बीबी चौरसिया, रोहित कौशिक, डॉ. आरटीएस पुंडीर, डॉ विकास कुमार, प्रोफेसर योगेश कुमार शर्मा, डॉ. विवेक गुप्ता, अभिषेक राय, आशीष बागला, नितिन गुप्ता, नवीन द्विवेदी, नवनीश गोयल, आकाश कुमार व ब्रजमोहन मौजूद रहे।