रेल ट्रैक व सड़क पर कब्जा जमाएंगे किसान
राष्ट्रीय राजमार्ग और रेलवे फ्रेट कारिडोर के मुआवजे को लेकर मुबारिकपुर तिगाई गांव में पंचायत की गई जिसमें एनएचएआइ को 26 नवंबर तक स्वयं कार्य रोकने की चेतावनी दी गई। उसके बाद किसान हाईवे के साथ रेल ट्रैक पर भी कब्जा जमाएंगे।
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। राष्ट्रीय राजमार्ग और रेलवे फ्रेट कारिडोर के मुआवजे को लेकर मुबारिकपुर तिगाई गांव में पंचायत की गई, जिसमें एनएचएआइ को 26 नवंबर तक स्वयं कार्य रोकने की चेतावनी दी गई। उसके बाद किसान हाईवे के साथ रेल ट्रैक पर भी कब्जा जमाएंगे।
तिगाई गांव के शिव मंदिर पर सोमवार को आयोजित पंचायत में भाकियू के मंडल महासचिव राजू अहलावत ने कहा कि अधिगृहीत भूमि के मुआवजे की मांग को दो साल हो गए हैं। मंत्री, शीर्ष नेताओं, जिला प्रशासन से लेकर लखनऊ तक मामला संज्ञान में है, फिर भी किसानों का शोषण किया जा रहा है। जनप्रतिनिधि भी मामले पर चुप हैं। किसान की जमीन जबरन कब्जा ली गई, लेकिन मुआवजा देने के लिए चक्कर कटा रहे हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग-58 का 32 गांवों के करीब 500 से अधिक किसानों का मुआवजा बकाया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में रेलवे फ्रेट कारिडोर का काम चल रहा है। इसका मुआवजा भी किसानों को अधूरा दिया गया है। किसानों की फसल रौंदकर भूमि पर कब्जा लिया गया। किसानों ने हुंकार भरी है कि इस बार मुआवजा लिए बिना शांत नहीं बैठा जाएगा। एनएचएआइ के अधिकारियों को 26 नवंबर तक स्वयं काम रोकने के लिए कहा है। उसके बाद किसान सड़क के साथ ही रेलमार्ग पर भी कब्जा करेगा। अधिगृहीत भूमि का बकाया मुआवजा मिलने पर ही निर्माण होने दिया जाएगा। बैठक की अध्यक्षता मास्टर प्रीतम सिंह ने की व संचालन बिट्टू ने किया। पंचायत में सुनील काजी, ब्रिजेश, कपिल सोम, राजवीर सिंह, प्रभात सैनी, मनोज सहरावत, परवेंद्र डाका, पंकज, दिनेश, खड़क सिंह, दुष्यंत शर्मा आदि मौजूद रहे।