जिला अस्पताल में पुलिस कस्टडी से युवती का अपहरण
मुजफ्फरनगर : जिला अस्पताल में मेडिकल कराने गई युवती का कार सवारों ने अपहरण कर लिया। इ
मुजफ्फरनगर : जिला अस्पताल में मेडिकल कराने गई युवती का कार सवारों ने अपहरण कर लिया। इस दौरान अपहर्ताओं ने महिला पुलिसकर्मियों के साथ धक्का-मुक्की भी की। अपहर्ता युवती को कार में डालकर फरार हो गए। आनन-फानन में भारी फोर्स मौके पर पहुंचा। कुछ देर बाद ही पुलिस ने शेरपुर के जंगल से युवती को बरामद कर लिया। पुलिस ने कई आरोपितों को भी दबोचा है। पुलिस अपहरण करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की तैयारी में जुटी है।
मीरापुर थाना क्षेत्र के वलीपुरा गांव निवासी शहजादी प्रेम प्रसंग के चलते अपने मौसेरे भाई बहसूमा थाना क्षेत्र के अकबरपुर निवासी हारुन के साथ बीते अगस्त माह में फरार हो गई थी। मीरापुर थाने में हारुन समेत पांच लोगों के खिलाफ अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। घर से फरार होने के बाद दोनों ने कोर्ट मैरिज कर ली और हाईकोर्ट से सुरक्षा के आदेश भी ले लिए। मंगलवार को दोनों जानसठ तहसील दिवस में पहुंचे और डीएम-एसएसपी से सुरक्षा की गुहार लगाई। एसएसपी ने महिला थाना पुलिस को युवती का मेडिकल कराने के आदेश दिए। दोपहर बाद महिला थाना पुलिस युवती का मेडिकल कराने के लिए जिला अस्पताल लेकर पहुंची थी। जैसे ही महिला थाने की गाड़ी युवती को लेकर जिला अस्पताल पहुंची तो वहां घात लगाकर खड़े युवती के रिश्तेदारों ने गाड़ी को घेर लिया। युवती को पुलिस की गाड़ी से खींचने लगे। महिला पुलिसकर्मियों ने विरोध किया तो अपहर्ताओं ने उनके साथ भी हाथापाई और धक्का-मुक्की की। आरोपित युवती को एक गाड़ी में डालकर फरार हो गए। एसपी सिटी और सीओ सिटी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शेरपुर गांव में घेराबंदी कर युवती को गाड़ी समेत बरामद कर लिया। पुलिस बाकी आरोपितों की तलाश में शेरपुर में दबिश देने में जुटी थी। सीओ सिटी हरीश भदौरिया का कहना है कि आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा जाएगा। बाद में कड़ी सुरक्षा के बीच युवती का मेडिकल कराया गया।
देर रात दर्ज हुआ मुकदमा
देर रात महिला थाना प्रभारी मीनाक्षी शर्मा ने शाहबाज, सत्तार व फरजाना को नामजद करते हुए एक दर्जन से ज्यादा अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। उधर, हारून पक्ष ने भी जिला अस्पताल में मारपीट करने वाले एक दर्जन लोगों को नामजद करते हुए तहरीर दी है। चीता बाइक में मारी टक्कर, बकरा कुचला
शहजादी का अपहरण कर आरोपित गाड़ी को लेकर रुड़की रोड की ओर भागे। गाड़ी के पीछे महिला थाना और एक चीता मोबाइल लगी हुई थी। पुलिस को पीछा करते देख आरोपित ने गाड़ी शेरपुर गांव की ओर मोड़ दी। यहां पर चीता बाइक पर तैनात सिपाही ने आरोपितों की गाड़ी के सामने बाइक अड़ा दी, लेकिन आरोपितों ने चीता में टक्कर मार दी। इसके बाद गांव में गाड़ी ने एक बकरे को भी कुचल दिया, उसकी भी मौत हो गई। इसके बाद आरोपित गाड़ी छोड़कर फरार हो गए। गाड़ी छोड़ने से पूर्व आरोपितों ने घिरने पर शहजादी को गाड़ी से नीचे उतार दिया। पुलिस ने वलीपुरा निवासी शाहबाज, संभलहेड़ा निवासी सत्तार व शहजादी की मां फरजाना को दबोच लिया। बरामद गाड़ी संभलहेड़ा के व्यक्ति की बताई गई है। हारुन पक्ष के लोगों ने भी आरोपितों के खिलाफ तहरीर दी है। एसपी सिटी ओमवीर ¨सह ने बताया कि आरोपितों के खिलाफ रासुका की कार्रवाई की जाएगी। घात लगाए बैठे थे कार सवार
मीरापुर के वलीपुरा निवासी युवती के परिजन उसके नाबालिग होने का दावा कर रहे थे। उधर, जैसे ही युवती के परिजनों को भनक लगी कि वह जिला अस्पताल में मेडिकल कराने के लिए जाने वाली है तो वह अपने रिश्तेदार समेत जिला अस्पताल पहले ही पहुंच गए। आरोपितों ने जिला अस्पताल में मौजूद युवक पक्ष के लोगों से भी जमकर मारपीट की। शहजादी ने हाईकोर्ट में प्रमाणपत्र प्रस्तुत कर अपनी उम्र 21 साल बताई थी। हाईकोर्ट ने आरोपितों की गिरफ्तारी पर स्टे, युवती का मेडिकल कराने के पुलिस को आदेश दिए थे। विरोध करने पर हारुन पक्ष के मनव्वर, मारूफ, सलमान समेत कई लोगों को मारपीट कर घायल कर दिया। खुल गई सुरक्षा की पोल
जिला अस्पताल में एक पुलिस चौकी है, लेकिन वहां कभी कभार ही पुलिसकर्मी दिखायी देते हैं। जिला अस्पताल से कई बार मरीजों के परिजन जबरन शव ले जा चुके हैं। घटना के बाद आलाधिकारी जिला अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था चुस्त- दुरुस्त करने में जुटे हैं। संभलहेड़ा में हुआ था शहजादी का निकाह
मीरापुर : क्षेत्र के बलीपुरा गांव निवासी शौकत की पुत्री शहजादी का निकाह कई माह पूर्व क्षेत्र के संभलहेड़ा गांव निवासी युवक के साथ हुआ था, लेकिन रुखसती नहीं हो पाई थी। बीती 13 अगस्त को शहजादी अकबरपुर निवासी मौसेरे भाई हारुन के साथ फरार हो गई थी। इसके चलते शौकत ने हारुन पुत्र जानू, बसीरण पत्नी जानू, जानू पुत्र सलीम निवासी अकबरपुर, गुलशन पत्नी आफताब निवासी शेरपुर के विरुद्ध अपनी पुत्री के अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस काफी प्रयासों के बाद भी युवती को बरामद नहीं कर पाई थी। मंगलवार को दोनों हाईकोर्ट के आदेश लेकर तहसील जानसठ पहुंच गए थे।