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नकली फूड सप्लीमेंट बनाने वाली फैक्ट्री पकड़ी, तीन गिरफ्तार

जीरो ड्रग्स अभियान के तहत पुलिस ने एक फैक्ट्री में छापेमारी कर वहां से करीब डेढ़ करोड़ रुपये का नकली प्रोटीन व फूड सप्लीमेट बरामद किया। इस मामले में पुलिस ने फैक्ट्री मालिक समेत तीन को गिरफ्तार किया है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 23 Nov 2020 11:46 PM (IST)Updated: Mon, 23 Nov 2020 11:46 PM (IST)
नकली फूड सप्लीमेंट बनाने वाली फैक्ट्री पकड़ी, तीन गिरफ्तार
नकली फूड सप्लीमेंट बनाने वाली फैक्ट्री पकड़ी, तीन गिरफ्तार

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। जीरो ड्रग्स अभियान के तहत पुलिस ने एक फैक्ट्री में छापेमारी कर वहां से करीब डेढ़ करोड़ रुपये का नकली प्रोटीन व फूड सप्लीमेट बरामद किया। इस मामले में पुलिस ने फैक्ट्री मालिक समेत तीन को गिरफ्तार किया है।

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पुलिस लाइन में सोमवार को आयोजित प्रेसवार्ता में एसएसपी अभिषेक यादव ने बताया कि घासमंडी में एक फैक्ट्री में नकली फूड सप्लीमेट बनाने की सूचना पर सिविल लाइन इंस्पेक्टर डीके त्यागी और क्राइम ब्रांच की टीम ने रविवार देर शाम छापा मारा। पुलिस को मौके से भारी मात्रा में आन, अल्टीमेट और यूनिवर्सल समेत अलग-अलग कंपनी के नकली प्रोटीन के भरे हुए डिब्बे, गोलियां, नकली रैपर और नकली प्रोटीन बनाने का सामान मिला। पुलिस ने मौके से फैक्ट्री संचालक जुबैर आलम निवासी सरवट गेट सुपर मार्केट, मोहम्मद अरसी निवासी दक्षिणी खालापार और आमिल निवासी कूकड़ा को दबोच लिया। आरोपित उत्तर प्रदेश, हरियाणा महाराष्ट्र आदि राज्यों के कई शहरों में नकली प्रोटीन की सप्लाई करते थे। डेढ़ करोड़ का सामान मिला

एसएसपी ने बताया कि आरोपित काफी समय से नकली फूड सप्लीमेंट धंधा कर रहे थे। फैक्ट्री से सप्लीमेट और प्रोटीन बनाने वाली विभिन्न कंपनियों के 1,42,261 रैपर, नकली प्रोटीन के 572 भरे हुए डिब्बे, विभिन्न कंपनियों के नकली प्रोटीन के 9,500 डिब्बे, 28 बोरे माल्टा काब्रोहाइड्रेटस, डेक्सोना टेबलेट और नकली प्रोटीन बनाने में उपयोग होने वाला अन्य सामान मिला है। उन्होंने बरामद सामान की कीमत लगभग डेढ़ करोड़ रुपये बताई है। चार से छह हजार में बेचते थे प्रोटीन का डिब्बा

आरोपित मामूली लागत लगाकर मोटा मुनाफा कमा रहे थे। एक किलो के प्रोटीन के डिब्बे को बनाने में 150-200 रुपये और तीन किलो के डिब्बे को बनाने में 300-400 रुपये लागत आती है। उक्त डिब्बों पर नामी गिरामी कंपनियों के नकली रैपर लगाकर आरोपित 1700-2000 और 4000-6000 में बेचते थे। दिल्ली से लाते थे सामान

पुलिस के मुताबिक आरोपित दिल्ली से माल्टो डेक्सट्रिन फ्लेवर आदि लाते थे और उसमें साइप्रोहेप्टाडाइन और डेक्सामेथासोन जैसी दवाइयां मिलाकर नकली सप्लीमेट बनाते थे।


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