नाकाम प्रशासन, भीड़तंत्र हावी
जानसठ में मतगणना को लेकर प्रशासन के सभी दावे फेल हो गए। भीड़ ऐसी उमड़ी कि पुलिस को प्रत्याशियों पर लाठीचार्ज करना पड़ा लेकिन सभी दावे को फेल करते हुए जमकर कोरोना संक्रमण बांटा गया। मतगणना के दौरान प्रशासन असहाय दिखाई दिया।
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। जानसठ में मतगणना को लेकर प्रशासन के सभी दावे फेल हो गए। भीड़ ऐसी उमड़ी कि पुलिस को प्रत्याशियों पर लाठीचार्ज करना पड़ा, लेकिन सभी दावे को फेल करते हुए जमकर कोरोना संक्रमण बांटा गया। मतगणना के दौरान प्रशासन असहाय दिखाई दिया। अधिकारी भीड़ से अपनी जान बचाते हुए दिखाई दिए।
मतगणना के दौरान प्रशासनिक दावे पूरी तरह से फेल होते दिखाई दिए। प्रत्याशियों की ऐसी भीड़ उमड़ी की सभी अधिकारी जान बचाते हुए दिखाई दिए। सुबह ही पीएसी के कांस्टेबलों ने प्रत्याशियों की भीड़ पर लाठीचार्ज कर दिया, जिससे स्थिति विस्फोटक होते-होते बची। इंस्पेक्टर डीके त्यागी ने पीएसी के जवानों को जमकर हड़काते हुए वहां से बाहर का रास्ता दिखा दिया। किसी तरह से करीब दो घंटे बाद मतगणना शुरू हुई तो तमाम अव्यवस्थाएं हावी हो गई। कवाल समेत कई गांव के एजेंटों के पहुंचने से पहले ही मतगणना शुरू करने पर लोगों ने विरोध किया तो बीच में ही मतगणना रोककर एजेंट के आने की प्रतीक्षा की गई। प्रशासन ने एक साथ तीस टेबल चला दिए तो हर टेबल पर बीस से पच्चीस एजेंट कोरोना की गाइडलाइन ध्वस्त करते हुए दिखाई दिए। भीड़ इतनी अधिक थी कि बहुत से लोग तो डर के कारण अपनी टेबल पर ही नहीं पहुंचे और दूर बैठ कर ही मतगणना का इंतजार करते हुए दिखाई दिए। नहीं थी पानी की व्यवस्था
मतगणना स्थल पर हजारों की भीड़ के लिए पानी तक की व्यवस्था नहीं की गई। एक नल पर ही लोग पानी भरते नजर आए, जिसके कारण मतगणना स्थल पर पानी भर गया। अव्यवस्था इतनी हावी थी कि कई लोग तो मतगणना स्थल पर ही लेटे नजर आए। प्रत्याशियों को बाहर से पानी व खाने पीने की चीजें नहीं लाने देने के कारण अधिकतर एजेंट पानी व खाने के लिए तरसते नजर आए।