करंट लगने से विद्युतकर्मी की मौत, हंगामा
चरथावल के चौकड़ा गांव में स्थित बिजलीघर पर तैनात बिजली कर्मचारी की बिजली ठीक करते समय ट्रांसफार्मर में अचानक करंट लगने से दर्दनाक मौत हो गयी। परिजनों व ग्रामीणों ने विद्युत विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया।
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। चरथावल के चौकड़ा गांव में स्थित बिजलीघर पर तैनात बिजली कर्मचारी की बिजली ठीक करते समय ट्रांसफार्मर में अचानक करंट लगने से दर्दनाक मौत हो गयी। परिजनों व ग्रामीणों ने विद्युत विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। ग्रामीणों ने उच्चाधिकारियों को मौके पर बुलाने, दोषी बिजली कर्मचारी के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज कराने, परिवार के एक सदस्य को नौकरी व पचास लाख रुपये का मुआवजा दिए जाने की मांग की। ग्रामीणों ने कई घंटे तक शव नीचे नहीं उतारने दिया। करीब पांच घंटे बाद 15 लाख 25 हजार रुपये का मुआवजा, एक सदस्य को संविदा पर नौकरी देने व दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई के आश्वासन पर भीड़ ने शव नीचे उतारने दिया।
चौकड़ा गांव में 33/11 बिजलीघर पर थाना क्षेत्र के बुड्ढा खेड़ा गांव निवासी जसवंत संविदा कर्मचारी के रूप में कई वर्ष से तैनात था। सोमवार को चौकड़ा-कसौली मार्ग पर स्थित सरकारी नलकूप के निकट विद्युत आपूर्ति खराब होने की सूचना पर बिजली कर्मचारी उसको ठीक करने के लिए गया था। बताया गया है कि बिजली के जोड़े पर चढ़ने से पूर्व उसने बिजलीघर पर तैनात एसएसओ से शटडाउन लिया था। उसके बाद वह जोड़े पर चढ़कर ट्रांसफार्मर से बिजली ठीक करने लगा। बताया गया कि अचानक ट्रांसफार्मर में बिजली आ जाने से उसकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गयी और मृतक वहीं लटक गया। ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। ग्रामीणों ने इसकी जानकारी बिजली अधिकारी व मृतक के परिजनों को दी। परिजनों व ग्रामीणों ने बड़ी संख्या में पहुंचकर दोषी कर्मचारी के विरुद्ध हत्या का मुकदमा,मृतक के परिवार के सदस्य को नौकरी व पचास लाख रुपये मुआवजे दिये जाने की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया और शव नीचे नहीं उतरने दिया। मौके पर पहुंचे एसडीएम सदर दीपक कुमार, सीओ सिटी कुलदीप कुमार, सीओ सदर हेमंत कुमार, एसडीओ जयप्रकाश, थाना प्रभारी एमपी सिंह, कोतवाली, छपार व तितावी थानों के पुलिस बल सहित आरआरएफ व पीएएसी बल तैनात था। कई घंटों की कवायद होने के बाद भी ग्रामीणों ने शव नीचे न उतरने देने व लाकडाउन का उल्लंघन करने से गुस्साए पुलिसकर्मियों ने लाठियां फटकार कर भीड़ को तितर-बितर करने की भी कोशिश की। बाद में 15 लाख मुआवजा और एक सदस्य को नौकरी के आश्वासन पर ग्रामीण शांत हुए। सीओ सदर हेमंत कुमार ने बताया कि मृतक के परिजनों की ओर से तहरीर आने पर कार्रवाई की जाएगी। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।