जोखिम भरा है खड़ी कार में एसी व हीटर चलाकर बैठना
मुजफ्फरनगर : ठंड के दिनों में लोग कार के हीटर का प्रयोग करना शुरू कर देते हैं। कमो
मुजफ्फरनगर : ठंड के दिनों में लोग कार के हीटर का प्रयोग करना शुरू कर देते हैं। कमोबेश गर्मी के दिनों में इसी तरह कार में एसी का इस्तेमाल भी होता है, लेकिन दोनों ही मामलों में कुछ सावधानियां बरतने की आवश्यकता होती है, क्योंकि खड़े वाहनों में लापरवाही के साथ हीटर या एसी का इस्तेमाल दम घोंट सकता है।
तकनीक ने सफर को आसान बना दिया है, इसलिए वाहनों में ठंड व गर्मी के अहसास को दबाने के लिए हीटर व एसी लगाए जा रहे हैं। वाहनों में लगे हीटर व एसी चालू करना तो सामान्य सी बात हो गई है। जब भी कोई कार में बैठता है तो सबसे पहले सर्दी के सीजन में हीटर और गर्मी में एसी चालू करता है। जिस गाड़ी में एसी या हीटर नहीं होता, उस वाहन का लोग इस्तेमाल तक नहीं करते। यातायात नियमों के जानकारों का मानना है कि दम न घुटे, इसके लिए जरूरी है कि एसी या हीटर का इस्तेमाल सावधानी से किया जाए। यह स्वास्थ्य के लिए जहां फायदेमंद है, वहीं वाहन का माइलेज भी अच्छा मिलता है। बंद कार में बच्चों को न छोड़ें अकेला
बंद कार में एसी या हीटर चलाकर बच्चों को अकेला नहीं छोड़ना चाहिए, क्योंकि बंद कार वेंटिलेशन के बिना ग्रीन हाउस की तरह काम करती है। यानी कार के भीतर का तापमान बाहर की तुलना में 20 डिग्री से भी ज्यादा हो सकता है। तापमान बढ़ाना छोटे बच्चों के लिए खतरनाक होता है। आफिस की तरह न करें कार का प्रयोग
अक्सर लोग फोन पर बात करने या गोपनीय बातचीत के लिए गाड़ी को खड़ा करते हैं और कुछ देर उसी में बैठकर आपस में बात करते हैं। उस दौरान एसी या हीटर भी चला लेते हैं। जो काफी खतरनाक होता है। जिला अस्पताल के फिजीशियन डॉ. योगेंद्र त्रिखा कहते हैं कि कार के भीतर आक्सीजन की कमी होने और कार्बन मोनोआक्साइड की मात्रा बढ़ने से दम घुट सकता है। इसलिए बेहतर है कि कार में एसी चलाकर बैठने से पहले थोड़ा सा शीशा खोल लें, जिससे साफ हवा कार के अंदर आएगी और सांस लेने में मुश्किल नहीं होगी। इन्होंने कहा.
कोई भी वाहन चलाते समय यातायात संबंधी नियमों का पालन बेहद जरूरी है। यदि नियमों का पालन नहीं होगा तो कोई न कोई दुर्घटना जरूर होगी।
- बीबी चौरसिया, एसपी ट्रैफिक