ब्राह्माण समाज की दशा एवं दिशा पर मंथन
तीर्थ नगरी शुकतीर्थ स्थित दंडी आश्रम में ऑल इण्डिया ब्राह्मंण फैडरेशन के तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय सम्मेलन के पहले दिन ब्राह्मंण समाज की दशा व दिशा पर विचार मंथन किया।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। तीर्थनगरी शुकतीर्थ स्थित दंडी आश्रम में ऑल इंडिया ब्राह्माण फेडरेशन के तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय सम्मेलन के पहले दिन ब्राह्माण समाज की दशा व दिशा पर विचार मंथन किया गया। समाज में एकजुटता स्थापित करने की नीति बनाई गई।
श्री दंडी आश्रम के ब्रह्मचारी गुरुदत्त जी महाराज ने कहा कि सर्वे भवन्तु सुखिन: की समृद्ध परम्परा को आगे बढ़ाते हुए कार्य करने की आवश्यकता है। अपने आचरण से सभी को राहत देने का प्रयास करें तथा समाज के सामूहिक कल्याण के लिए नीति बनाई जाए। सम्मेलन में भंवरलाल शर्मा ने कहा कि मोक्ष से पहले जीवन में समाज के लिए संभव कार्य करने और सुधारात्मक प्रयास को गति देने पर ध्यान दिया जाए। राजस्थान में आर्थिक रूप से कमजोर सामान्य वर्ग के लिए आरक्षण की जटिल औपचारिकताएं समाप्त कर अन्य प्रदेशों में भी लागू किया जाए। ब्राह्मण समाज के विकास के लिए समाज को एकजुट होकर कार्य करने पर बल दिया। संगठन के महामंत्री डॉ. प्रदीप ज्योति ने ऑल इण्डिया ब्राह्मण फेडरेशन की गतिविधियों व समाज के लिए किये जा रहे प्रयासों पर प्रकाश डाला। फैडरेशन उपाध्यक्ष पंडित पदम प्रकाश शर्मा ने ब्राह्मण समाज के पौराणिक महत्व को समझाया। कार्यक्रम में सतीश कौशिक, प्रवीण गौतम, अशोक मिश्रा, नरेश शर्मा, गौरव कौशिक, विनोद शर्मा, मनोहर लाल शर्मा, देवेन्द्र शर्मा आदि मौजूद रहे।