प्रतिबंध के बावजूद जीआइसी में पटाखा बाजार सजाने की तैयारी
राजकीय इंटर कालेज का मैदान व्यावसायिक गतिविधियों के लिए प्रतिबंधित है। इसके बावजूद कालेज प्रशासन ने आयोजकों को दो नवंबर से पटाखा बाजार सजाने की सहमति दे दी है जबकि मैदान में सुबह-शाम घूमने आने वालों ने इसका विरोध किया है। इससे कई सवाल खड़े हो गए हैं। मामला लेन-देन का बताया जा रहा है।
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। राजकीय इंटर कालेज का मैदान व्यावसायिक गतिविधियों के लिए प्रतिबंधित है। इसके बावजूद कालेज प्रशासन ने आयोजकों को दो नवंबर से पटाखा बाजार सजाने की सहमति दे दी है, जबकि मैदान में सुबह-शाम घूमने आने वालों ने इसका विरोध किया है। इससे कई सवाल खड़े हो गए हैं। मामला लेन-देन का बताया जा रहा है।
जीआइसी मैदान में मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण की ओर से विकास कार्य कराया जा रहा है। यहां पर सुबह-शाम साउथ सिविल लाइन समेत शहर के गणमान्य व्यक्ति व महिलाएं घूमने आती हैं। मैदान में ओपन जिम होने के चलते युवा शारीरिक अभ्यास करते हैं। मैदान में किसी भी प्रकार की व्यावसायिक गतिविधियों पर प्रतिबंध हैं। इन सबके बावजूद दो नवंबर से यहां पर आतिशबाजी का सामान बेचने के लिए बाजार भरने जा रहा है। जीआइसी के प्रधानाचार्य ने आयोजकों को इसके लिए स्वीकृति दी है। इस बारे में जैसे ही मैदान से जुड़े लोगों को पता चला तो उन्होंने विरोध दर्ज किया। उनका आरोप है कि लालच के चलते ऐसा कृत्य किया जा रहा है।
साउथ सिविल लाइन के लोगों का कहना है कि राजकीय इंटर कालेज के मैदान में व्यावसायिक गतिविधियां प्रतिबंधित हैं। हाईकोर्ट में रिट भी पड़ी है। फिर क्यों यहां प्रशासन और प्रिसिपल अनुमति दे रहे हैं। यदि बाजार लगा तो विरोध किया जाएगा।
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तीन साल पहले रद हुई थी अनुमति
जीआइसी मैदान में व्यावसायिक गतिविधियों को लेकर प्रधानाचार्य ने तीन साल पहले अनुमति दी थी। लोगों के भारी विरोध के चलते अनुमति निरस्त की गई थी। तब प्रधानाचार्य की खूब फजीहत हुई थी। उन पर अवैध वसूली के आरोप लगे थे। इसके बाद से यहां कोई व्यावसायिक अनुमति नहीं दी गई।
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राजकीय इंटर कालेज के मैदान में पटाखा बाजार के लिए अनुमति नहीं दी गई। अधीनस्थ ने दी हो तो पता नहीं। जीआइसी मैदान में व्यावसायिक गतिविधियां प्रतिबंधित हैं।
- फतेहचंद, प्रिसिपल, जीआइसी
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दो दिन से बाहर हूं, कल आकर मामले को देखता हूं। मेरी ओर से कोई अनुमति नहीं दी गई है। वैसे भी मैदान में एमडीए विकास कार्य करा रहा है। अन्य गतिविधियों को अनुमति से क्रीड़ा स्थल के विकास कार्यो में हानि की प्रबल आशंका है।
- ब्रिजेश कुमार, उप प्रधानाचार्य, जीआइसी
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जीआइसी मैदान में दो नवंबर से पटाखा बाजार को कालेज प्रशासन की ओर से अनुमति दी गई है। व्यावसायिक गतिविधियों के लिए मैदान प्रतिबंधित है, इसकी जानकारी नहीं है। कुछ दिन पहले ही मेरा जिले में स्थानांतरण हुआ है।
- अनूप श्रीवास्तव, सिटी मजिस्ट्रेट