कांग्रेस ने खोले पत्ते, सभी सीटों पर उम्मीदवार घोषित
कांग्रेस में टिकटों को लेकर चल रही अटकलों पर गुरुवार को विराम लग गया। कांग्रेस ने जिले की सभी छह विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। बसपा से बागी होकर कांग्रेस में शामिल हुए अरशद राणा की पत्नी डा. यासमीन राणा को चरथावल से टिकट दिया गया है। अन्य सीटों पर पार्टी के साथ लंबे समय से जुड़े नेताओं को जगह दी है। उधर टिकट घोषित होने के बाद प्रत्याशियों ने नामांकन-पत्र खरीदे। शुक्रवार को अंतिम दिन उक्त सभी नामांकन करेंगे।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। कांग्रेस में टिकटों को लेकर चल रही अटकलों पर गुरुवार को विराम लग गया। कांग्रेस ने जिले की सभी छह विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। बसपा से बागी होकर कांग्रेस में शामिल हुए अरशद राणा की पत्नी डा. यासमीन राणा को चरथावल से टिकट दिया गया है। अन्य सीटों पर पार्टी के साथ लंबे समय से जुड़े नेताओं को जगह दी है। उधर, टिकट घोषित होने के बाद प्रत्याशियों ने नामांकन-पत्र खरीदे। शुक्रवार को अंतिम दिन उक्त सभी नामांकन करेंगे।
कांग्रेस की तरफ से जारी सूची के अनुसार, सदर विधानसभा सीट से पार्टी के जिलाध्यक्ष पं. सुबोध शर्मा को उम्मीदवार बनाया गया है। पुरकाजी सीट से पूर्व मंत्री दीपक कुमार, खतौली से गौरव भाटी, मीरापुर से मौलाना जमील काजमी, चरथावल से डा. यासमीन राणा और बुढ़ाना से फिशरमैन कांग्रेस के जिलाध्यक्ष देवेंद्र कश्यप को उम्मीदवार बनाया है। महिला पदाधिकारियों ने पहले ही खरीद लिए थे नामांकन-पत्र
उम्मीदवारों की घोषणा से पहले ही महिला कांग्रेस की कई पदाधिकारियों मेहराज जहां, गीता काकरान आदि ने अपना टिकट होने की उम्मीद में नामांकन-पत्र खरीद लिए थे। गुरुवार को जारी सूची के मुताबिक, चरथावल को छोड़कर किसी सीट पर महिला उम्मीदवार की घोषणा नहीं हुई।
यासमीन राणा के सामने खड़ी हुई चुनौती
लंबे समय से बसपा में रहकर चरथावल विस सीट से टिकट मांग रहे अरशद राणा की उम्मीद पार्टी ने तोड़ दी थी। अरशद ने बसपा के वरिष्ठ नेताओं पर टिकट के नाम पर 67 लाख रुपये लेने का आरोप लगाया था। इसके बाद वह बसपा से बागी होकर कांग्रेस में पहुंचे और अपनी पत्नी को चरथावल से टिकट देने की शर्त रख दी। अब कांग्रेस ने उनकी पत्नी को टिकट देकर उनके और बसपा के सामने चुनौतियां खड़ी कर दी हैं। करोड़पति हैं भाजपा प्रत्याशी
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशियों ने नामांकन-पत्र के साथ चल-अचल संपत्ति का ब्यौरा दिया है।
सदर सीट से पुन: मैदान में उतरे राज्यमंत्री कपिलदेव अग्रवाल पर छह मुकदमें कोर्ट में लंबित हैं, जबकि एक मामले में जांच चल रही है। इनके पास करीब 1.20 करोड़ की संपत्ति हैं और धर्मपत्नी अनुजबाला के पास 45 लाख की संपत्ति हैं। दोनों के पास करीब 10 लाख के जेवर हैं। व्यवसाय एडवरटाइजिग एजेंसी हैं।
बुढ़ाना विधायक उमेश मलिक ने कुल संपत्ति 3.01 करोड़ दर्शायी है। इनकी धर्मपत्नी इंद्ररेखा के पास 82.43 लाख रुपये की संपत्ति है। वाहन के साथ ही रायफल, पिस्टल भी है। नोएडा में फ्लैट और शहर की जाट कालोनी में आवास है। वहीं पैतृक गांव में कृषि भूमि और आवास है। दंपती पर करीब 34 लाख का होम और कार लोन है। विधायक के खिलाफ शाहपुर और सिखेड़ा थाने में मुकदमा दर्ज है।
पुरकाजी विधायक प्रमोद ऊटवाल ने अपने घोषणा-पत्र में दो आवास, जिनमें पटेलनगर में स्वयं के नाम और भरतिया कालोनी में पत्नी लज्जावती के नाम है। दोनों की कीमत 75 लाख है। वहीं उनके पास 58.85 और पत्नी के नाम 33.80 लाख की और संपत्ति है। पत्नी के नाम स्कार्पियो गाड़ी और जेवर हैं।