आलू-प्याज पर मंथन, बाजारों में घटेंगे दाम
प्याज और आलू के आसमान छूते दाम से बिगड़ा रसोई का बजट अब जल्द ही काबू में होगा। प्याज आलू और टमाटर की जमाखोरों पर सख्ती के बाद कृषि उत्पादन मंडी समिति में अफसरों और थोक व्यापारियों के बीच मूल्य निर्धारण को लेकर मंथन हुआ। व्यापारियों और अफसरों के बीच प्याज आलू और टमाटर के थोक दाम निर्धारित करने के साथ बड़े फुटकर व्यापारियों को भी रेट डिस्प्ले कर ही बिक्री पर सहमति बनी।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। प्याज और आलू के आसमान छूते दाम से बिगड़ा रसोई का बजट अब जल्द ही काबू में होगा। प्याज, आलू और टमाटर की जमाखोरों पर सख्ती के बाद कृषि उत्पादन मंडी समिति में अफसरों और थोक व्यापारियों के बीच मूल्य निर्धारण को लेकर मंथन हुआ। व्यापारियों और अफसरों के बीच प्याज, आलू और टमाटर के थोक दाम निर्धारित करने के साथ बड़े फुटकर व्यापारियों को भी रेट डिस्प्ले कर ही बिक्री पर सहमति बनी।
बाजार में प्याज, आलू और टमाटर के दाम अत्यधिक होने के चलते घरों में रसोई का बजट बिगड़ गया था। वहीं बाजार में चाट, समोसे और होटलों में खाने की गुणवत्ता कम होने से ग्राहकों को परेशानी होने लगी थी। अधिक दाम बढ़ने पर डीएम सेल्वा कुमारी जे. ने डीएसओ बीके शुक्ला और जिला खाद्य विपणन अधिकारी कमलेश कुमार को मंडी में सस्ती आलू, प्याज और टमाटर के स्टाल लगाकर बिक्री कराने के निर्देश दिए। इससे बाजार में फुटकर विक्रेताओं की मनमानी पर ब्रेक लगने लगा। इसी क्रम में एडीएम वित्त एवं राजस्व आलोक कुमार ने डीएसओ व विपणन विभाग के निरीक्षकों तथा मंडी सचिव आरके सिंह को साथ लेकर थोक व्यापारियों के साथ बैठक ली। इसमें व्यापारियों से आवक के संबंध में जानकारी ली। व्यापारियों ने अफसरों से बताया कि वह आलू 30 रुपये किलो, प्याज और टमाटर 35 रुपये किलो आराम से बेच सकते हैं। फुटकर व्यापारी इनपर पांच से 10 रुपये अतिरिक्त बढ़ाकर ग्राहकों को बेच मुनाफा कमा सकते हैं। एडीएम वित्त एवं राजस्व ने मंडी सचिव को निर्देश दिए कि वह मंडी में 30 रुपये किलो आलू और 35 रुपये प्याज और टमाटर की बिक्री कराएं। इसके बाद फुटकर व्यापारी बाजार में ग्राहकों को केवल पांच से 10 रुपये का मुनाफा लेकर इन्हें बेचें। इसके लिए नगर पालिका अफसरों को निर्देश दिए जाएंगे कि वह अपने-अपने क्षेत्रों के बड़े फुटकर विक्रेताओं को निर्धारित रेट पर बिक्री कराना सुनिश्चित करें ताकि बाजारों में ग्राहकों से प्याज, आलू और टमाटर के नाम पर अधिक वसूली न हो पाए। बैठक में पूर्ति निरीक्षक और विपणन निरीक्षक, एआरओ अनिल भारद्वाज आदि मौजूद रहे।