लोकतंत्र के पेड़ पर चेयरपर्सन ने चलाई कुल्हाड़ी
ईओ व चेयरपर्सन के बीच चल रहे विवाद की आंच में लोकतांत्रिक परंपराएं झुलसना शुरू हो गई हैं। ईओ के आदेश पर सफाई कर्मचारी संघ के चुनाव की प्रक्रिया प्रारंभ हुई थी लेकिन चेयरपर्सन ने त्योहारों के दौरान सफाई व्यवस्था ठप होने की आशंका जता आदेश रद कर दिया जिससे आखिरी पायदान पर खड़े पालिका सफाईकर्मियों के सांगठनिक अधिकारों की आवाज उठने से पहले ही दबने की आशंका पैदा हो गई।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। ईओ व चेयरपर्सन के बीच चल रहे विवाद की आंच में लोकतांत्रिक परंपराएं झुलसना शुरू हो गई हैं। ईओ के आदेश पर सफाई कर्मचारी संघ के चुनाव की प्रक्रिया प्रारंभ हुई थी, लेकिन चेयरपर्सन ने त्योहारों के दौरान सफाई व्यवस्था ठप होने की आशंका जता आदेश रद कर दिया, जिससे आखिरी पायदान पर खड़े पालिका सफाईकर्मियों के सांगठनिक अधिकारों की आवाज उठने से पहले ही दबने की आशंका पैदा हो गई।
नगर पालिका सफाई कर्मचारी कार्यकारिणी का कार्यकाल 31 मार्च 2020 को समाप्त हो गया था, लेकिन कोविड-19 वायरस संक्रमण के चलते चुनाव प्रक्रिया प्रारंभ नहीं की गई। ईओ विनय मणि त्रिपाठी के निर्देश पर चुनाव अधिकारी कर निर्धारण अधिकारी अरुण कुमार ने आदेश जारी कर सफाई कर्मचारी संघ चुनाव का कार्यक्रम जारी कर दिया। कार्यक्रम के अनुसार संघ अध्यक्ष और महामंत्री पदों के लिए 11 नवंबर को मतदान कराया जायेगा, लेकिन ईओ के आदेश को सुपरसीड करते हुए कुछ ही घंटों के बाद चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल ने नया आदेश जारी कर दिया। जिसमें उन्होंने त्योहारों का हवाला देते हुए चुनाव के दौरान सफाई व्यवस्था ठप होने की आशंका जता चुनाव कार्यक्रम रद कर दिया। सफाई कर्मचारी संघ चुनाव को पहले ही छह माह का विलंब हो चुका है, ऐसे में चुनाव न होने से लोकतांत्रिक परंपराओं के छिन्न-भिन्न होने का खतरा पैदा हो गया है। ईओ व कर निर्धारण अधिकारी पर भड़कीं चेयरपर्सन
पालिका चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल सफाई कर्मचारी संघ चुनाव प्रारंभ करने को लेकर ईओ विनयमणि त्रिपाठी से खफा हो गई। उन्होंने ईओ तथा चुनाव अधिकारी बनाए गए कर निर्धारण अधिकारी अरुण कुमार को आड़े हाथों लिया है। चुनाव प्रक्रिया रद करने की घोषणा करते हुए जारी पत्र में चेयरपर्सन ने कहा कि त्योहारी सीजन है और दोनों को सफाई व्यवस्था की परवाह नहीं। दोनों अधिकारी सफाई कर्मचारियों की राजनीति में घुसने का प्रयास कर रहे हैं। नाराजगी जताई कि राजस्व बढ़ोतरी की ओर उनका ध्यान ही नहीं है।