आत्महत्या के इरादे से कालेज की छत से कूदा छात्र
मुजफ्फरनगर : डिग्री कक्षाओं में प्रवेश की मांग को लेकर एसडी डिग्री कालेज में धरना दे रहे
मुजफ्फरनगर : डिग्री कक्षाओं में प्रवेश की मांग को लेकर एसडी डिग्री कालेज में धरना दे रहे छात्रों में से एक छात्र देर रात कालेज की छत से नीचे कूद गया। इससे कालेज में अफरा-तफरी मच गयी। एंबुलेंस से छात्र को जिला अस्पताल भर्ती कराया। जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
महाविद्यालयों में पिछले कई दिन से ओपन मेरिट में छात्र-छात्राओं के प्रवेश विश्वविद्यालय के आदेश पर हो रहे थे। शुक्रवार को ओपन मेरिट में प्रवेश की अंतिम तिथि थी। एसडी डिग्री कालेज में स्नातक कक्षाओं में प्रवेश की मांग को लेकर सुबह से ही मारामारी चल रही थी। विश्वविद्यालय ने शाम को प्रवेश के लिए एक दिन की तिथि बढ़ा दी और प्रवेश की अंतिम तिथि 19 अगस्त कर दी। एसडी डिग्री कालेज में प्रवेश की मांग को लेकर छात्र शाम तक अडिग थे। प्रवेश न होने पर शाम को वह धरने पर बैठ गए। कालेज प्रशासन ने छात्र-छात्राओं को समझाया लेकिन वह नहीं माने और प्रवेश की मांग पर अड़े रहे। रात करीब 10 बजे गांव मखियाली निवासी वाकिब पुत्र अरशद अली धरना स्थल से उठकर कालेज की छत पर चढ़ गया और प्रवेश की मांग करने लगा। कालेज प्रशासन की ओर से कोई आश्वासन न मिलता देख उसने छत से छलांग लगा दी। छात्र के छलांग लगाते ही कालेज में हड़कम्प मच गया। छात्र-छात्राएं भड़क उठे। इसी बीच किसी ने एंबूलेंस व पुलिस को सूचना दी। एंबुलेंस से छात्र को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसकी हालत ¨चताजनक बनी हुई है। इसके बाद छात्र-छात्राओं ने कालेज में प्रधानाचार्य के समक्ष जमकर हंगामा काटा। छात्र नेता पराग चौधरी व अंकित सहरावत ने कालेज प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि छात्र को कुछ होता है तो इसका सीधा जिम्मेदार कालेज प्रशासन होगा। कालेज में घटना की सूचना पर बसपा नेता राकेश शर्मा व जिला पंचायत सदस्य हरेन्द्र शर्मा, छात्र संदीप राठी, अंकित सहरावत, हंसराज, रजत, रवि, शेखर आदि छात्रों के बीच पहुंच गए और कालेज प्रशासन से बातचीत की़ लेकिन कोई समाधान निकलता नजर नहीं आया। समाचार लिखे जाने तक कालेज में छात्र-छात्राओं का हंगामा जारी था। नई मंडी कोतवाली पुलिस भी मौके पर पहुंच गयी थी।
प्राचार्य एससी वाष्र्णेय का कहना है कि प्रवेश की अंतिम तिथि बढ़ाकर शनिवार कर दी गई है। पहले ऊपरी मेरिट के प्रवेश होंगे, उसके बाद नीचे के छात्र-छात्राओं का प्रवेश किया जाएगा।