सरकार को कहा-किसान विरोधी, आंदोलन की दी चेतावनी
गन्ने का भाव न बढ़ने से सरकार पर बरसे किसान जागरण संवाददाता खतौली सरकार द्वारा गन्ने के भाव न बढ़ाने को लेकर किसान आहत हैं। उनमें सरकार के प्रति खासा गुस्सा है। किसानों ने सरकार को किसान विरोधी करार दिया
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। सरकार द्वारा गन्ने के भाव न बढ़ाने को लेकर किसान आहत हैं। उनमें सरकार के प्रति खासा गुस्सा है। किसानों ने सरकार को किसान विरोधी करार दिया और अगले चुनाव में सरकार को सबक दिखाने की बात कही।
किसानों के साथ नाइंसाफी कर रही सरकार
पिछली सरकारों ने हर वर्ष गन्ने मूल्य में वृद्धि की, लेकिन तीन वर्ष से सरकार ने गन्ने का भाव नहीं बढ़ाया। यह किसानों के साथ नाइंसाफी है। किसानों की वोट से ही सरकार बनी थी और अगले चुनाव में किसान ही सबक सिखाएंगे।
-महकार सिंह, किसान अंतवाड़ा, खतौली।
किसानों के साथ किया धोखा
सरकार एक ओर तो किसानों की आय दोगुनी करने का दावा कर रही है, दूसरी ओर गन्ने का भाव न बढ़ाकर उनके साथ धोखा कर रही है। पूर्व की सरकारों ने 40 रुपये तक प्रति वर्ष गन्ने का भाव बढ़ाया था। इस हिसाब से तीन वर्ष में 120 रुपये गन्ने का भाव बढ़ाना चाहिए था, पर एक भी रुपये नहीं बढ़ाया।
-रतन सिंह किसान, अंतवाड़ा, खतौली।
सरकार को नजर नहीं आ रही महंगाई
बाजार में हर चीज के एक वर्ष में कई-कई बार रेट बढ़ रहे हैं। बिजली का बिल बढ़ गया, कीटनाशकों व अन्य दवाइयों के रेट तेजी से बढ़ रहे हैं। डीजल के रेट आसमान छू रहे हैं, लेकिन सरकार को महंगाई नजर नहीं आ रही, इसीलिए सरकार ने गन्ने का भाव नहीं बढ़ाया।
- सिकंदर, गन्ना किसान खानजहांपुर, खतौली।
किसानों का शोषण कर रही सरकार
सरकार और मिल मालिकों में सांठगांठ है। गन्ने का भाव न बढ़ाकर सरकार किसानों का शोषण कर रही है और मिल मालिकों को लाभ पहुंचा रही है। किसानों के सामने खेती करना कठिन हो गया है। यदि यही हाल रहा था किसान खेती छोड़ देगा।
-ब्रह्मपाल किसान पमनावली, खतौली।
किसान विरोधी है सरकार
सरकार किसानों का हितैषी होने का दावा करती है। उसकी आय दोगुना करने की बात करती है, पर इसके विपरीत कार्य कर रही है। सरकार किसान विरोधी है। कई वर्षों से सरकार ने न तो गन्ने का भाव बढ़ाया और न ही किसानों को गन्ने भुगतान समय पर या ब्याज समेत दिलवाया।
-फतेह सिंह किसान, पमनावली, खतौली।