जनकल्याण दिवस के रूप में मना बसपा सुप्रीमो का जन्मदिन
बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती का 65वां जन्मदिन जनकल्याण दिवस के रूप में मनाया गया। मौजूद पदाधिकारियों तथा कार्यकर्ताओं ने एकजुटता का प्रण लेते हुए संकल्प लिया कि प्रदेश में अगली सरकार बसपा सुप्रीमो के नेतृत्व में ही गठित कराई जाएगी।
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती का 65वां जन्मदिन जनकल्याण दिवस के रूप में मनाया गया। मौजूद पदाधिकारियों तथा कार्यकर्ताओं ने एकजुटता का प्रण लेते हुए संकल्प लिया कि प्रदेश में अगली सरकार बसपा सुप्रीमो के नेतृत्व में ही गठित कराई जाएगी।
महावीर चौक स्थित बसपा जिला कार्यालय पर कार्यक्रम की शुरुआत बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर तथा बसपा संस्थापक कांशीराम के चित्रों पर पुष्पांजलि से हुई। मुख्य अतिथि व बिजनौर सांसद मलूक नागर ने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार के इशारों पर बसपा पदाधिकारियों के साथ बदसलूकी की जा रही है। कभी इनकम टैक्स तथा कभी ईडी के छापे पड़ते हैं। किसी की दीवार तोड़ी जाती है और किसी को पकड़ने के लिए पुलिस दौड़ती है। कहा कि सरकारी अधिकारियों की अपनी मजबूरी है, लेकिन हमे अपना काम मजबूत करना होगा। उन्होंने कहा कि यदि दलित व मुस्लिम तथा अन्य पिछड़ा वर्ग मिल जाए तो केंद्र व प्रदेश में बसपा की सरकार बनने से कोई नहीं रोक सकता। पूर्व सांसद कादिर राणा ने कहा कि अनुशासन में रहकर पार्टी मुखिया के संदेश को जन-जन तक पहुंचाना है। कहा कि बसपा अध्यक्ष मायावती के निर्देश और अनुशासन तथा भाईचारा से ही बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर का सपना पूरा होगा एवं 2022 का चुनाव जीतेंगे। बसपा जिलाध्यक्ष सतीश कुमार रवि ने कहा कि कोविड-19 के चलते पूर्व मुख्यमंत्री के जन्मदिन पर केक नहीं काटा जा रहा। सभी कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे एकजुट होकर जन-जन तक बहनजी का संदेश पहुंचाएं। संचालन सहारनपुर मंडल प्रभारी जियाउर्रहमान ने किया। पूर्व विधायक नूर सलीम राणा, सत्यप्रकाश, रवि सहगल, ब्रजेश लोहड्डा, विकास कुमार, पुष्पांकर पाल, अरशद राणा, आबाद त्यागी, ऋषिपाल गौतम व प्रेमचंद गौतम आदि शामिल रहे।