Move to Jagran APP

कोरोना का उपचार तो लाएं मन में सुंदर विचार जरूरी : डा. तनु

जिला अस्पताल की मेडिकल आफिसर डा. तनु सिंह कोरोना संक्रमितों के उपचार के लिए दवा के साथ सद्व्यवहार को अहम मानती हैं। कहती हैं कि अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में आशंकित कोरोना मरीजों के उपचार के दौरान उनका फोकस दवाइयों के साथ मरीजों को मानसिक रूप से ²ढ करने पर रहता है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 01 Jun 2021 12:00 AM (IST)Updated: Tue, 01 Jun 2021 12:00 AM (IST)
कोरोना का उपचार तो लाएं मन में सुंदर विचार जरूरी : डा. तनु
कोरोना का उपचार तो लाएं मन में सुंदर विचार जरूरी : डा. तनु

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। जिला अस्पताल की मेडिकल आफिसर डा. तनु सिंह कोरोना संक्रमितों के उपचार के लिए दवा के साथ सद्व्यवहार को अहम मानती हैं। कहती हैं कि अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में आशंकित कोरोना मरीजों के उपचार के दौरान उनका फोकस दवाइयों के साथ मरीजों को मानसिक रूप से ²ढ करने पर रहता है। व्यवहार में यह तरीका उपचार के मामले में काफी कारगर रहा है, क्योंकि संक्रमण के चलते मरीज मानसिक तौर से भी थोड़ा विचलित हो जाते हैं।

loksabha election banner

डा. तनु सिंह का मानना है कि कोरोना वायरस संक्रमण के उपचार में दवा की अपनी भूमिका है, लेकिन मस्तिष्क को स्वस्थ किये बिना शरीर को स्वस्थ रखना असंभव है। इसलिए उपचार में तन और मन दोनों का ख्याल रखना पड़ेगा।

मन की मजबूती को मेडिटेशन तथा योगा जरूरी

मेडिकल आफिसर डा. तनु सिंह बताती है कि यदि कोई संक्रमित होम आइसोलेशन में है तो उनके लिए जरूरी है कि वह पौष्टिक भोजन लेते रहें तथा नियमित योगा एवं मेडिटेशन करें। अलग शौचालय प्रयोग करें तथा बेहतर है कि बर्तन डिस्पोजेबल हों। तोलिया, बाल्टी, डब्बा तथा चप्पल व कपड़े भी अलग ही रखने हैं।

होम आइसोलेट को कराएं अपनेपन का अहसास

डा. तनु सिंह का कहना है कि कोरोना को मानसिक रूप से हराना जरूरी है। इसलिए यदि कोई मरीज होम आइसोलेट है तो परिवार के अन्य सदस्य उसको बराबर अपनेपन का अहसास कराते रहे। उसके कमरे में टीवी जरूर रखें तथा उससे लगातार बातचीत करते रहें। मनोवैज्ञानिक तौर से उसे अकेलापन महसूस नहीं होना चहिए। मरीज को स्वयं चितित नहीं होना चाहिए।

काढा, हल्दी दूध लें तथा हलका व्यायाम करें

डा. तनु सिंह का कहना है कि संक्रमण से उबरने के लिए शरीर की प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ानी होती है। इसलिए आयुर्वेदिक काढ़ा तथा नियमित रूप से प्रतिदिन हल्दी दूध पीना भी काफी लाभदायक है। उनका कहना है कि शरीर की दुर्बलता दूर करने को हलका व्यायाम भी करते रहें। रिकवर होने के बाद अलग ही रखें पेस्ट, टूथ ब्रश

बीडीएस होने के नाते डा. तनु सिंह कहती हैं कि जब कोई कोरोना से रिकवर हो जाता है यानी नेगेटिव आ जाता है तो भी घर में उसका पेस्ट, टूथ ब्रश तथा माउथ क्लीनर अलग रखना होगा। कहा कि बेहतर है कि घर को हाइड्रोजन परआक्साइड से सैनिटाइज करें।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.