खतौली में अफसरों को बंधक बनाया, बुढ़ाना में आत्मदाह की कोशिश
मंगलवार को भाकियू ने जिले की सभी तहसीलों में किसानों की समस्या और डीजल-पेट्रोल मूल्यवृद्धि के विरोध में धरना-प्रदर्शन किया। खतौली में अधिकारियों को बंधक बनाकर कार्यकर्ताओं ने अपने बीच बैठा लिया जबकि बुढ़ाना में आक्रोशित किसान ने आत्मदाह का प्रयास किया। इसको लेकर काफी हंगामा हुआ।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। मंगलवार को भाकियू ने जिले की सभी तहसीलों में किसानों की समस्या और डीजल-पेट्रोल मूल्यवृद्धि के विरोध में धरना-प्रदर्शन किया। खतौली में अधिकारियों को बंधक बनाकर कार्यकर्ताओं ने अपने बीच बैठा लिया, जबकि बुढ़ाना में आक्रोशित किसान ने आत्मदाह का प्रयास किया। इसको लेकर काफी हंगामा हुआ। अधिकारियों ने किसी तरह से किसानों को समझाकर केरोसिन की कैन को छीनकर फेंक दिया। सदर तहसील भी भाकियू के कब्जे में रही। जिला अध्यक्ष धीरज लाटियान के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने धरना दिया।
अनदेखी से पिछड़ रहा कस्बा, किसानों की सुध नहीं: राजू
खतौली में पेट्रोल डीजल-बिजली के मृल्य वृद्धि समेत विभिन्न समस्याओं के विरोध में तहसील में धरना दिया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने एसडीएम व सीओ आदि अधिकारियों को बंधक बनाकर अपने बीच बैठा लिया। भाकियू ने सरकार पर किसानों की उपेक्षा का आरोप लगाया। मंडल महासचिव राजू अहलावत के नेतृत्व में किसानों की ज्वलंत समस्याओं को लेकर धरना दिया। मंडल महासचिव राजू अहलावत ने कहा कि पूर्व सरकारों की भांति इस सरकार में भी किसानों की उपेक्षा हो रही है। किसी भी कार्यकर्ता का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं होगा। अध्यक्षता फूलसिंह ने की, संचालन परवेंद्र डाका ने किया। धरने में कपिल सोम, मनोज सहरावत, नीरज पहलवान, भारतवीर आर्य, अंकित राठी, सुनील प्रधान, अश्वनी, नाजिम आदि मौजूद रहे।
धरने पर किया आत्मदाह का प्रयास
संवाद सूत्र, बुढ़ाना : भारतीय किसान यूनियन नेता अनुज बालियान के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने तहसील परिसर में धरना दिया। वक्ताओं ने धरने के दौरान डीजल व बिजली मूल्य वृद्धि होने पर जमकर रोष प्रकट किया। इसी दौरान गांव जैतपुर गढ़ी निवासी किसान ब्रजपाल ने केरोसिन अपने ऊपर छिड़क कर आत्मदाह का प्रयास किया। इसको देखकर मौके पर अफरा तफरी मच गई। किसान नेताओ ने ब्रजपाल को घेरकर उसे रोक दिया। एसडीएम के पूछने पर ब्रजपाल ने बताया कि सरकार की कल्याणी योजना के तहत पीएनबी से उसने अपनी पुत्रवधु के नाम ऋण लेने का आवेदन किया था। उस आवेदन पर बार बार चक्कर लगाने के बावजूद उसे एक भी पैसा नहीं मिला। बाद में बैंक से ऋण अदायगी का नोटिस मिलने पर उसे पता चला कि बैंक कर्मी व एजेंट ने मिलकर धोखाधडी कर उसका ऋण का पैसा निकाल लिया था। जिसके बाद से किसान उच्चाधिकारियों के चक्कर लगा रहा था और मुख्यमंत्री समेत अधिकारियों को पत्र भी लिखे, लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई। इस पर एसडीएम कुमार भूपेंद्र ने मामले की जांच करा कार्रवाई का आश्वासन दिया। धरने के दौरान संजीव पंवार, धर्मपाल बैंसला, विकास त्यागी, थाम सिंह, बिजेंद्र राठी, मैराजुद्दीन सिद्दीकी आदि मौजूद रहे।
सौंपा ज्ञापन
संवाद सूत्र, जानसठ : मंगलवार को भाकियू कार्यकर्ताओं ने तहसील में धरना प्रदर्शन करके सरकारी विभागों में बढ़ते भ्रष्टाचार और बढ़ती मंहगाई पर रोष जताया। वक्ताओं ने कहा कि सरकार ने आवश्यक वस्तु अधिनियम में बदलाव व प्रस्तावित विद्युत अधिनियम संशोधन अध्यादेश आदि लागू करके किसानों की कमर और तोड़ दी है। सरकारी कार्यालयों में भ्रष्टाचार चरम पर है। एसडीएम कुलदीप मीना के माध्यम से प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन भेजा है। अशोक घटायन की अध्यक्षता व मास्टर महकार सिंह के संचालन में हुए धरने में सतीश रॉयल, चौधरी सहंसर पाल, राजेंद्र बालियान आदि मौजूद रहे।