भाकियू तोमर ने मांगों को लेकर हाईवे किया जाम
भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) तोमर ने मांगों को लेकर पानीपत-खटीमा राष्ट्रीय मार्ग पर जाम लगाया। घंटों जाम के कारण लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। बाद में सभी कार्यकर्ता तहसील में पहुंचे और धरना दिया। कार्यकर्ताओं ने बीडीओ एडीओ पंचायत व विद्युत एसडीओ को घंटों तक बीच में बैठाए रखा। हालांकि जिले में धारा 144 लगी हुई है लेकिन उसके बाद हाईवे जाम करने पर प्रशासन मुकदमा दर्ज करने पर विचार कर रहा है।
संवाद सूत्र, जानसठ : भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) तोमर ने मांगों को लेकर पानीपत-खटीमा राष्ट्रीय मार्ग पर जाम लगाया। घंटों जाम के कारण लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। बाद में सभी कार्यकर्ता तहसील में पहुंचे और धरना दिया। कार्यकर्ताओं ने बीडीओ, एडीओ पंचायत व विद्युत एसडीओ को घंटों तक बीच में बैठाए रखा। हालांकि जिले में धारा 144 लगी हुई है, लेकिन उसके बाद हाईवे जाम करने पर प्रशासन मुकदमा दर्ज करने पर विचार कर रहा है।
भाकियू तोमर के कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय अध्यक्ष संजीव तोमर के नेतृत्व में कस्बे के खतौली तिराहा पर पानीपत-खटीमा मार्ग पर जाम लगा दिया। उनका कहना था कि सरकार उनकी मांगों पर विचार नहीं कर रही है। कोतवाली, तहसील, ब्लाक व बिजली दफ्तरों में जमकर भ्रष्टाचार है, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है। करीब एक घंटे के बाद सभी कार्यकर्ता तहसील परिसर पहुंचे और धरना शुरू कर दिया। जिला अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने कहा कि तहसील व ब्लाक भ्रष्टाचार के अड्डे बन गए हैं। अधिकारी मनमानी कर रहे हैं। बिना पैसे दिए किसान व मजूदर का काम नहीं हो रहा है। उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि उन्होंने कार्यशैली में सुधार नहीं किया तो तहसील में बेमियादी धरना दिया जाएगा। राष्ट्रीय अध्यक्ष संजीव तोमर ने तीनों कृषि कानून वापस लेने की मांग की है। कहा कि यदि ये कानून थोपे गए तो किसान कंगाल हो जाएगा। उन्होंने गन्ने का भाव 450 रुपये करने, गन्ने का भुगतान अविलंब करने समेत मुख्यमंत्री को संबोधित 13 सूत्री मांग-पत्र एसडीएम को सौंपा। इस दौरान चंद्रवीर सिंह, सुदेश पाल, मोहसीन, अजय त्यागी, विशाल बालियान व रौनक अली समेत सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल रहे। अधिकारियों को बैठाया घंटों तक
कार्यकर्ताओं ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए विद्युत व ब्लाक के अधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग की। बीडीओ संत कुमार, एडीओ पंचायत मुकुटराज व विद्युत के एसडीओ नितिन कुमार को धरनास्थल पर बैठाए रखा। एसडीएम व सीओ को अपने साथ मंच पर बैठाया। ज्ञापन देने के बाद ही सभी अधिकारियों को उठने दिया गया। धारा 144 की उड़ीं धज्जियां
अभी दो दिन पहले ही जिले में धारा 144 लगाई गई थी, लेकिन कार्यकर्ताओं ने न तो कोविड के नियमों का पालन ही किया गया और नहीं ही किसी के चेहरे पर मास्क दिखाई दिए। इंस्पेक्टर डीके त्यागी ने बताया कि धारा 144 के उल्लंघन को लेकर अधिकारियों के आदेशानुसार कार्रवाई की जाएगी।
रालोद की न्याय यात्रा में दलितों को सम्मानित किया
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। बुढ़ाना तहसील क्षेत्र के उमरपुर गांव में रालोद की न्याय यात्रा के तहत कार्यक्रम का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में दलित समाज के नेता और खाप चौधरी मौजूद रहे।
रालोद की न्याय यात्रा को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री योगराज सिंह ने कहा कि भाजपा राज में थानों से लेकर सरकारी दफ्तरों में दलितों और पिछड़ों की सुनवाई नही हो रही। रालोद की न्याय यात्रा का उद्देश्य समाज के वंचित तबकों के दुख-दर्द में शामिल होना है। इस दौरान वक्ताओं ने भाजपा सरकार को जमकर कोसा। कार्यक्रम में दलित समाज के लोगों व खाप चौधरियों को पगड़ी पहनाकर सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता रेक पाल ने की व संचालन रमेश काकड़ा ने किया। इस दौरान अनुसूचित जाति राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रशांत कन्नौजिया, पूर्व विधायक राजपाल बालियान, रालोद जिलाध्यक्ष प्रभात तोमर, पूर्व प्रमुख विनोद मलिक, बाली त्यागी, सुशील कुमार, नरेंद्र खजूरी, भगवती प्रसाद, त्रिलोकीराम दिवाकर, चौधरी यशवीर, चौधरी महेंद्र, चौधरी रमेश चंद्र आदि मौजूद रहे।