शूटिग चैंपियन डा. जीबी सक्सेना को श्रद्धांजलि
इंटरनेशनल ट्रैप शूटिग चैम्पियन डा. गोपाल बिहारी का निधन हो गया। उनके नई मंडी पीठ बाजार स्थित आवास पर समाजसेवी मनीष चौधरी ने टीम के साथ भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उनकी पत्नी पुत्र डा. अमित सक्सेना व डा. सरगम सक्सेना तथा अन्य परिजनों से मिलकर सांत्वना प्रदान की।
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। इंटरनेशनल ट्रैप शूटिग चैम्पियन डा. गोपाल बिहारी का निधन हो गया। उनके नई मंडी पीठ बाजार स्थित आवास पर समाजसेवी मनीष चौधरी ने टीम के साथ भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उनकी पत्नी, पुत्र डा. अमित सक्सेना व डा. सरगम सक्सेना तथा अन्य परिजनों से मिलकर सांत्वना प्रदान की। मनीष चौधरी ने कहा कि ओलम्पिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले शूटिग चैम्पियन डा. जीबी सक्सेना को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को आना चाहिए था। उन्होंने डा. सक्सेना के नाम पर नई मंडी क्षेत्र में एक सडक का नामकरण करने की मांग की। डा. सक्सेना ने जिला चिकित्सालय में 30 साल तक दंत चिकित्सक के रूप में सेवाएं दी। डा. सक्सेना अपने पीछे भरा-पूरा परिवार छोड़ कर गए हैं। शोकसभा आयोजित कर श्रद्धाजंलि दी
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। चंद्रशेखर आजाद महाविद्यालय में शिक्षक नेता व आठ बार एमएलसी रहे ओमप्रकाश शर्मा के निधन पर शोकसभा आहूत की गयी। दिवंगत आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि दी गयी। कालेज प्रबंधक राकेश वशिष्ठ ने बताया कि ओमप्रकाश शर्मा ने शिक्षा क्षेत्र में अनेक कार्य किये हैं। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा के लिए अपनी निधि से स्कूल कालेजों को धनराशि दी, जिससे छात्राएं शिक्षित होकर स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बन सकें। कार्यवाहक प्राचार्या सत्या वर्मा ने कहा कि ओमप्रकाश शर्मा शिक्षकों को सम्मान दिलाने के लिए हमेशा तत्पर रहे। उनके जाने से शिक्षा जगत में जो शून्यता आयी है उसे भर पाना संभव नहीं है। राकेश वशिष्ठ, सत्या वर्मा, मांगराम शर्मा व विनीत कुमार आदि उपस्थित रहे। शिक्षक नेता ओमप्रकाश शर्मा को अर्पित किए श्रद्धासुमन
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। सीताशरण इंटर कालेज में सोमवार को शोकसभा आयोजित हुई। शिक्षकों ने दिवंगत पूर्व एमएलसी ओमप्रकाश शर्मा को श्रद्धासुमन अर्पित किए। ओमप्रकाश शर्मा ने जीवनभर शिक्षकों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया। शोकसभा में प्रधानाचार्य डा. संतकुमार ने कहा कि शिक्षकों के हित में किए उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। शोकसभा में शिक्षक व छात्र मौजूद रहे।