80 वर्ष की बालेश्वरी त्यागी ने हौसले से दी कोरोना को मात
कोरोना की दूसरी लहर में बहुत से बुजुर्गो ने अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता की ताकत युवा पीढ़ी के सामने पेश की है। इंदिरा कालोनी निवासी
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। कोरोना की दूसरी लहर में बहुत से बुजुर्गो ने अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता की ताकत युवा पीढ़ी के सामने पेश की है। इंदिरा कालोनी निवासी 80 वर्षीय बुजुर्ग महिला ने अपने हौसलों के दम पर न केवल कोरोना को पस्त किया, बल्कि कोरोना संक्रमण से बाहर आने के बाद भी सोमवार को निर्जला एकादशी का व्रत रखकर स्वस्थ शरीर की मिसाल पेश की है। साथ ही संदेश दिया है कि हौसलों के दम पर किसी भी बीमारी को हराया जा सकता है।
इंद्रा कालोनी निवासी 80 वर्षीय बालेश्वरी त्यागी ने साहस का परिचय दिया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे स्व. मदन त्यागी की पत्नी बालेश्वरी त्यागी ने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर जब शुरू हुई थी। उन्हें तभी उसी दौरान बुखार की समस्या आई थी। कोरोना को टेस्ट कराया तो जांच में संक्रमण की पुष्टि हुई। चिकित्सक ने उन्हें जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर उपचार शुरू कर दिया। करीब छह दिन अस्पताल में भर्ती रहने के बाद आराम होने पर छुटी करा ली और इसके बाद घर पर ही अपनी सेहत का ध्यान रखते हुए परिवार से कुछ दिन के लिए सुरक्षा के लिहाज से दूरी बनाई। परिवार के लोगों ने देखभाल की। नियमित खानपान के साथ योग किया। कुछ दिन दवाईयां को नियमित रखा। पौष्टिक खानपान और दिनचर्या नियमित रखी, इसके दम पर रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत बनी। आमतौर पर कोरोना से स्वस्थ होने के बाद लोग खुद का कमजोर मान रहे हैं, लेकिन सोमवार को निर्जला व्रत रखने में लिए कोई हार जैसी सोच नहीं आई। निर्जला व्रत रखकर आत्म संतुष्टि का अहसास हुआ।