राष्ट्रीय लोक अदालत में 6053 वादों का निपटारा
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में एक साथ 6053 मुकदमों का निस्तारण किया गया। वादों के निस्तारण के साथ ही 10 लाख रुपये से अधिक का अर्थदंड वसूल किया गया।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में एक साथ 6053 मुकदमों का निस्तारण किया गया। वादों के निस्तारण के साथ ही 10 लाख रुपये से अधिक का अर्थदंड वसूल किया गया।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव व सिविल जज मुकीम अहमद ने बताया कि शनिवार को कोर्ट परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। बताया कि शुभारंभ जिला जज संजय कुमार पचौरी ने मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया। उन्होंने बताया कि लोक अदालत में जिला न्यायालय के 2012 मुकदमें निस्तारित कर 10 लाख रुपये से अधिक का अर्थदंड वसूल किया गया। उन्होंने बताया कि कुटुंब न्यायालय के 35 वादों का निस्तारण कराया गया। बताया कि मोटर दुर्घटना दावा प्राधिकरण के पीठासीन अधिकारी डा. अजय कुमार की मौजूदगी में मोटर दुर्घटना के 46 प्रतिकर वादों का निस्तारण पक्षकारों के मध्य सुलहनामा के आधार पर करते हुए पीड़ित पक्ष के लोगों को 1.73 करोड़ रुपये प्रतिकर के रूप में दिलाए गए। उन्होंने बताया कि इसके अलावा 49 प्रकीर्ण वादों का भी निस्तारण लोक अदालत में कराया गया, इतने वादों का एक दिन में निस्तारण एक रिकार्ड है। उन्होंने बताया कि मोटर दुर्घटना क्लेम से संबंधित वादकारियों को अब न्यायालय में भटकना नहीं पड़ेगा। उन्होंने बताया कि डीएम तथा एडीएम व एसडीएम आदि ने विभिन्न तहसीलों में 3690 मुकदमों का निस्तारण किया गया। प्राधिकरण सचिव मुकीम अहमद ने बताया कि लोक अदालत में विभिन्न बैंको एवं भारत संचार निगम ने भी सहभागिता की। बताया कि बैंको द्वारा 351 बैंक ऋण मामलों का निस्तारण कराकर चार करोड़ से अधिक रुपयो का आपसी सुलह समझौते के आधार पर निस्तारण कराकर प्राप्त किये गए। बताया कि समापन पर नोडल अधिकारी व अपर जिला जज ओमवीर सिंह आदि शामिल रहे।