होम आइसोलेट हैं 44 संक्रमित बच्चे
कोरोना की तीसरी लहर में बच्चे तेजी से संक्रमित हुए हैं। बड़ों से बच्चों में भी कोरोना का संक्रमण फैल रहा है। स्कूल-कालेज बंद होने के बाद भी हर दिन बच्चों में कोरोना की पुष्टि हो रही है। सोमवार को जिले में 166 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं जिसमें चार बच्चे भी हैं। अब तक की रिपोर्ट पर गौर करें तो इस समय 44 बच्चों को कोरोना के चलते होम आइसोलेशन में रखा गया है जबकि आठ बच्चे स्वस्थ हो चुके हैं।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। कोरोना की तीसरी लहर में बच्चे तेजी से संक्रमित हुए हैं। बड़ों से बच्चों में भी कोरोना का संक्रमण फैल रहा है। स्कूल-कालेज बंद होने के बाद भी हर दिन बच्चों में कोरोना की पुष्टि हो रही है। सोमवार को जिले में 166 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं, जिसमें चार बच्चे भी हैं। अब तक की रिपोर्ट पर गौर करें तो इस समय 44 बच्चों को कोरोना के चलते होम आइसोलेशन में रखा गया है, जबकि आठ बच्चे स्वस्थ हो चुके हैं।
सोमवार को जारी रिपोर्ट में 166 कोरोना के नए मरीज सामने आए हैं। इनमें पांच वर्ष से कम उम्र के चार बच्चे भी शामिल हैं। स्वास्थ्य विभाग ने सभी कोरोना मरीजों को होम आसोलेशन में भेज दिया है। चिता की बात है कि हर दिन मिल रहे नए कोरोना मरीजों में पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चे भी संक्रमित निकल रहे हैं। इन बच्चों की उम्र कम होने के कारण इन्हें घरों पर बड़ों की निगरानी में होम आइसोलेट किया गया है। सीएमओ डा. महावीर सिंह फौजदार ने बताया कि प्रतिदिन छोटे बच्चों में भी कोरोना की पुष्टि होने पर उन्हें घरों में ही आइसोलेट किया गया है। स्वास्थ्य विभाग छोटे बच्चों की हर दिन खबर लेते हुए आवश्यकता अनुसार दवाई पहुंचा रहा है। वर्तमान में पांच वर्ष से कम उम्र के 44 बच्चे होम आइसोलेशन में हैं, जबकि कुछ स्वस्थ भी हो चुके हैं। सक्रिय मरीजों की संख्या 2256
कोरोना के नए मामले हर दिन मिल रहे हैं। बढ़ते हुए मामलों के चलते जिले में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 2256 तक पहुंच गई है। दो हजार से अधिक सक्रिय मामले जिले में होने से चिता भी बढ़ी हुई है। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों सहित कई कर्मचारी भी कोरोना से ग्रस्त हैं।
होम आइसोलेट मरीजों को घर बैठे मिल रही दवाई
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। खतौली में कोविड-19 संक्रमण के मरीजों में प्रतिदिन बढ़ोतरी हो रही है। स्वास्थ्य विभाग जिन लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आ रही है, उन्हें तत्काल होम आइसोलेट कर रहा है। आइसोलेशन में उन पर कड़ी निगरानी की जा रही है। दवाई व अन्य सुविधाएं घर बैठे उपलब्ध कराई जा रही है ताकि संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सके। इसके लिए गांव की आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और प्रधान को भी जिम्मेदारी दी गई है। ब्लाक क्षेत्र में 64 मरीज आइसोलेट
ब्लाक चिकित्सा प्रभारी डा. अवनीश कुमार ने बताया कि कोविड-19 संक्रमण कि अब तक 64 लोगों में पुष्टि हो चुकी है, जिन्हें होम आइसोलेशन में रखा गया है। इनकी निगरानी के लिए गांव की आशा व ग्राम प्रधान को जिम्मेदारी है। मरीज के स्वजन को भी उससे दूरी बनाकर रखने की अपील की गई। हालांकि इस बार संक्रमण फेफड़ों पर प्रभाव नहीं डाल रहा है, जिस कारण मरीज व्याकुलता में नहीं हैं। उससे तेजी से ठीक होने की संभावना रहती है। एक सप्ताह का आइसोलेशन रखा गया है। फोन पर ले रहे जानकारी
डा. अवनीश कुमार ने बताया कि रोगी के संबंध में ग्राम पंचायत की आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व एएनएम सुबह व शाम की शिफ्ट में फोन कर मरीज से उसकी दिनचर्या के साथ स्वास्थ्य की जानकारी ले रहे हैं। अभी तक किसी कोविड पाजिटिव रोगी में ओमिक्रोन की पुष्टि नहीं हुई है।
393 फ्रंटलाइन वर्कर व 3237 किशोरों का टीकाकरण
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। कोरोना टीकाकरण तेजी से बढ़ रहा है। सोमवार को 393 फ्रंटलाइन वर्कर का टीकाकरण हुआ, जबकि 15 से 18 वर्ष के आयु वाले 3237 किशोर-किशोरियों को कोरोना की पहली डोज लगाई गई। इसके अलावा 18 से अधिक उम्र के 2049 लोगों का टीकाकरण हुआ। एसीएमओ डा. प्रशांत कुमार ने बताया कि अब तक जिले में 10941 फ्रंटलाइन वर्कर को कोरोना का टीका लग चुका है। वहीं 1,54,725 किशोर-किशोरियों व 18 वर्ष से अधिक वाले 13,65,195 लोगों को पहली और 8,62,268 लोगों को दूसरी डोज दी गई है।