रणछोड़ हुए 43 उम्मीदवार, 744 के बीच मुकाबला
पंचातय चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। नाम वापसी के बाद चुनावी रण के लिए फाइनल प्रत्याशी भी तय हो गए हैं। जिला पंचायत सदस्य पद पर 744 उम्मीदवार बचे हैं जिनके बीच आगामी दिनों में मुकाबला देखने को मिलेगा। रविवार को 43 प्रत्याशियों ने नाम वापस लिए हैं। वहीं एक भाजपा समर्थित प्रत्याशी का नामांकन निरस्त हुआ है।
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। पंचातय चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। नाम वापसी के बाद चुनावी रण के लिए फाइनल प्रत्याशी भी तय हो गए हैं। जिला पंचायत सदस्य पद पर 744 उम्मीदवार बचे हैं, जिनके बीच आगामी दिनों में मुकाबला देखने को मिलेगा। रविवार को 43 प्रत्याशियों ने नाम वापस लिए हैं। वहीं एक भाजपा समर्थित प्रत्याशी का नामांकन निरस्त हुआ है।
जिला पंचायत सदस्य पदों पर हुए नामांकन-पत्रों की जांच में 34 नामांकन ऐसे मिले जो या तो डबल थे या फिर वैध नहीं थे। इन्हें प्रशासन ने निरस्त कर दिया है। इनमें वार्ड 31 से भाजपा समर्थित प्रत्याशी सुंदरपाल सिंह का नामांकन निरस्त कर दिया। उन्होंने धनगर जाति का प्रमाण-पत्र दिया था, जिसे जांच में अवैध माना गया। वहीं वार्ड 21 से अमरदीप का नामांकन भी निरस्त हुआ है। उन्होंने आरक्षित वर्ग की फीस जमा की थी, लेकिन नामांकन के साथ प्रमाण-पत्र प्रस्तुत नहीं किया।
रविवार दोपहर तीन बजे तक कलक्ट्रेट में स्थित अधिकारियों की कोर्ट में नाम वापसी के लिए आवेदन लिए गए। एडीएम प्रशासन की कोर्ट में 23, एडीएम वित्त एवं राजस्व की कोर्ट में नौ, बंदोबस्त अधिकारी चकबंदी की कोर्ट में छह और चकबंदी अधिकारी सदर की कोर्ट में पांच आवेदन वापसी के लिए आए। अधिकारियों ने इन्हें स्वीकार करते हुए फाइनल सूची जारी कर दी। इसके बाद 744 उम्मीदवारों को चुनाव चिह्न आवंटित किए गए। देर शाम तक प्रत्याशियों को नामांकन चिह्न मिले, जिसके चलते दोपहर के बाद कलक्ट्रेट में भीड़ रही। ट्रैक्टर, कैमरा, आरी समेत कुल 56 चुनाव चिह्न दिए गए हैं।
एमडीएम वित्त एवं राजस्व आलोक कुमार यादव ने बताया कि नामांकन-पत्रों की जांच और नाम वापसी के बाद जिला पंचायत सदस्य के 43 वार्डो पर 744 प्रत्याशी चुनाव लड़ेंगे। सभी को चुनाव चिह्न आवंटित कर दिए गए हैं।