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चेयरमैन की पहल पर 40 साल पुराना विवाद निपटा

वाल्मीकि मंदिर की दीवार को लेकर सालों से चल रहे विवाद का हिदू व मुस्लिमों ने एक दूसरे के गले में माला पहनाकर निस्तारण किया। चेयरमैन की पहल पर मामले का निपटारा

By JagranEdited By: Published: Tue, 19 Nov 2019 07:49 PM (IST)Updated: Tue, 19 Nov 2019 07:49 PM (IST)
चेयरमैन की पहल पर 40 साल पुराना विवाद निपटा
चेयरमैन की पहल पर 40 साल पुराना विवाद निपटा

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। कस्बे में वाल्मीकि मंदिर की दीवार को लेकर करीब 40 साल से चल रहे विवाद का हिदू और मुस्लिमों ने एक-दूसरे के गले में माला पहनाकर निस्तारण किया। चेयरमैन की पहल पर मामले का निपटारा हो गया है। इस दौरान दोनों ओर के जिम्मेदार लोग मौजूद रहे।

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मोहल्ला दक्षिण चमारान के पास वाल्मीकि समाज के मंदिर की दीवार के निर्माण को लेकर 20 अक्टूबर को दूसरे समुदाय के लोगों से विवाद हो गया था। पुलिस ने उस समय निर्माण कार्य रुकवा दिया था। दीपावली के दौरान भी दोनों पक्षों में विवाद हो गया था। नायब तहसीलदार योगेश कुमार ने पुलिस के साथ मौके पर पहुंचकर समाधान का प्रयास किया था, लेकिन प्रशासन को विफलता मिली थी। दोनों पक्षों में बिगड़ते हालात को देखते हुए समाधान का जिम्मा चेयरमैन जहीर फारुकी ने लिया। चेयरमैन और मंदिर के लिए जगह दान करने वाले डॉ. आदित्य बल्लभ ने दोनों समुदाय के लोगों को मंगलवार दिन में समझा-बुझाकर सर्वसम्मति से फैसला कराया। समझौता होने पर दोनों समाज के लोगों ने मंदिर के पास एक-दूसरे के गले में मालाएं डाली और गले लगाया। फारुकी ने बताया कि सभी विवादों का निस्तारण करा दिया गया है। इस दौरान सेवाराम वाल्मीकि, शकील खान, मैनपाल वाल्मीकि, इनाम फरीदी, नरेश वाल्मीकि, शमशेर फरीदी, इरशाद फरीदी, डॉ फैसल आदि लोग मौजूद रहे। चेयरमैन ने 21 हजार रुपये दिए

पुरकाजी : विवाद के निस्तारण के बाद चेयरमैन जहीर फारुकी ने मंदिर में सहयोग को लेकर 21 हजार रुपये दिए। वाल्मीकि समाज के लोगों को हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया। फारुकी ने बताया कि करीब 40 साल से दोनों पक्षों में विवाद चल रहा था, जिसका 22 दिन में निस्तारण हो गया है। कहा कि दोनों समुदायों ने सूझबूझ का परिचय दिया है।


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