गन्ने की पत्ती जलाने पर 2500 जुर्माना
एनसीआर में वायु प्रदूषण को लेकर सख्ती बरती जा रही है। पराली और पत्ती जलाने की घटना जांचने के लिए सैटेलाइट से निगरानी हो रही है। लेखपाल गांव-गांव दौरा कर रहे है। रतनपुरी क्षेत्र के एक गांव के खेत में पत्ती जलती मिली है। जिसको लेकर किसान पर ढाई हजार रूपये का जुर्माना लगाया गया है। कुछ किसानों को चेतावनी दी गई है।
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। एनसीआर में वायु प्रदूषण को लेकर सख्ती बरती जा रही है। पराली और पत्ती जलाने की घटना जांचने के लिए सैटेलाइट से निगरानी हो रही है। लेखपाल गांव-गांव दौरा कर रहे है। रतनपुरी क्षेत्र के एक गांव के खेत में पत्ती जलती मिली है। जिसको लेकर किसान पर ढाई हजार रूपये का जुर्माना लगाया गया है। कुछ किसानों को चेतावनी दी गई है।
राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) वायु प्रदूषण को लेकर गंभीर है। रतनपुरी क्षेत्र के गांव सिकंदरपुर के जंगल में गन्ने की पत्ती जलने की शिकायत की गई। लेखपाल ने मौका-मुआयना किया तो घटना सही मिली। इस पर तहसीलदार पुष्करनाथ चौधरी ने कृषक अशोक पर पत्ती जलाने को लेकर 2500 रुपये का जुर्माना लगाया है। सोमवार को किसान तहसील में अधिकारी के समक्ष पेश हुआ और जुर्माना अदा किया। तहसीलदार ने बताया कि कृषि विभाग मल्चर विधि से खेतों में गन्ने की पत्ती को नष्ट कर खाद बनाने की प्रक्रिया बता रहा है। किसान इस विधि को अपनाकर पर्यावरण को शुद्ध रखने में मदद कर सकते हैं।
राशन कार्डो की यूनिट कटने पर हंगामा
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। पात्रों के राशन कार्ड से यूनिट कटने पर सोमवार को कलक्ट्रेट स्थित क्षेत्रीय पूर्ति कार्यालय पर महिलाओं ने हंगामा कर दिया। डीएसओ ने पात्रों की समस्या सुनने के बाद निस्तारण का आश्वासन देकर हंगामा शांत कराया।
शहरी क्षेत्र के पूर्ति निरीक्षक अभिव्यक्त राणा पर शहरी क्षेत्र के साथ जिले की सबसे बड़ी सदर तहसील का भी चार्ज है। वहीं सदर क्षेत्र में तैनात एक लिपिक को मुख्यालय में अटैच करने पर पूर्ति निरीक्षक पर काम का बोझ बढ़ गया है। ऐसी स्थिति में शहरी क्षेत्र में पूर्ति निरीक्षक का काम समय से नहीं हो पा रहा है। इसके चलते पिछले एक महीने में शहरी क्षेत्र के पात्रों के कार्डो की यूनिट कटने पर गौर नहीं किया गया। यूनिट कटने पर राशन से वंचित हुए दर्जनों पात्र महिलाएं एआरओ कार्यालय पर एकत्रित होकर हंगामा करने लगी। कार्यालय में पूर्ति निरीक्षक न मिलने पर डीएसओ को दौड़ना पड़ा। डीएसओ बीके शुक्ला ने प्रदर्शनकाररी महिलाओं की समस्या सुनने के बाद जल्द ही उनकी कटी यूनिटों को जुड़वाने का आश्वासन दिया है।