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कांटेक्ट ट्रेसिग में फर्जीवाड़ा, 2021 मरीजों का कांटेक्ट मिला शून्य

कोरोना वायरस संक्रमण रोकने के लिए शासन स्तर से जोर दिये जाने के बावजूद जिले में कांटेक्ट ट्रेसिग के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। मानीटरिग के दौरान सीएमओ ने 2021 पाजिटिव मरीजों के कांटेक्ट में एक भी व्यक्ति न आने की रिपोर्ट पर नाराजगी जाहिर करते हुए सख्त कदम उठाने की चेतावनी दी है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 21 Apr 2021 11:00 PM (IST)Updated: Wed, 21 Apr 2021 11:00 PM (IST)
कांटेक्ट ट्रेसिग में फर्जीवाड़ा, 2021 मरीजों का कांटेक्ट मिला शून्य
कांटेक्ट ट्रेसिग में फर्जीवाड़ा, 2021 मरीजों का कांटेक्ट मिला शून्य

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। कोरोना वायरस संक्रमण रोकने के लिए शासन स्तर से जोर दिये जाने के बावजूद जिले में कांटेक्ट ट्रेसिग के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। मानीटरिग के दौरान सीएमओ ने 2021 पाजिटिव मरीजों के कांटेक्ट में एक भी व्यक्ति न आने की रिपोर्ट पर नाराजगी जाहिर करते हुए सख्त कदम उठाने की चेतावनी दी है।

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सीएमओ डा. एमएस फौजदार ने बताया कि शासन ने संक्रमण रोकने के लिए कांटेक्ट ट्रेसिग पर खास जोर दिया है, बताया कि कांटेक्ट ट्रेसिग की मानीटरिग मुख्यमंत्री स्वयं कर रहे हैं। बताया कि एक मरीज के पाजिटिव पाए जाने पर उसके संपर्क में आए कम से कम 25 लोगों की जानकारी हासिल की जाती है। यह काम जिला सर्विलांस अधिकारी के निर्देशन में कर रही टीम के सदस्य करते हैं। बताया कि जिले में इस समय 3298 कोरोना पाजिटिव मरीज एक्टिव है। संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए जरूरी है कि उनके संपर्क में आए एक-एक व्यक्ति को ढूंढ निकाला जाए। बताया कि शासन की गाइडलाइन के मुताबिक एक संक्रमित मरीज के कांटेक्ट में आए कम से कम 25 लोगों का डाटा जुटाना होता है, लेकिन जिले में 3298 मरीजों के संपर्क में आए केवल 5500 मरीजों का ही डाटा जुटाया गया। बताया कि यह आंकड़ा एक मरीज पर केवल 1.8 प्रतिशत का है। उन्होंने बताया कि कांटेक्ट ट्रेसिग के आंकड़े देखें तो उनमें 2021 पाजिटिव मरीज ऐसे दिखाए गए हैं, जिनके संपर्क में आने वालों की संख्या शून्य है। सीएमओ ने कहा कि ऐसा कैसे संभव हो सकता है। क्या जिले में 2021 कोरोना पाजिटिव मरीज ऐसे हैं जिनका एक भी व्यक्ति जानकार नहीं या उनके संपर्क में एक भी व्यक्ति नहीं आया। कहा कि यदि कांटेक्ट ट्रेसिग का कार्य गंभीरता से नहीं किया जाता है तो उससे संक्रमण अधिक गति से फैलने की आशंका रहती है। बताया कि इस मामले में उन्होंने जिला सर्विलांस अधिकारी अलका सिंह तथा डा. शमशेर को सख्त चेतावनी दी है।


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