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जीवन बचाने को कब्जे में लिये 200 आक्सीजन सिलेंडर

कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों को किसी भी सूरत में आक्सीजन की कमी न हो पाए इस बात को देखते हुए जिला प्रशासन ने अभियान चलाते हुए आक्सीजन के 200 सिलेंडर को अपने कब्जे में लिया। शुरुआती दौर में सिलेंडर का प्रयोग एल-2 मरीजों के उपचार के लिए तैयार किये जा रहे भारत आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज के लिए होगा।

By JagranEdited By: Published: Thu, 22 Apr 2021 11:41 PM (IST)Updated: Thu, 22 Apr 2021 11:41 PM (IST)
जीवन बचाने को कब्जे में लिये 200 आक्सीजन सिलेंडर
जीवन बचाने को कब्जे में लिये 200 आक्सीजन सिलेंडर

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों को किसी भी सूरत में आक्सीजन की कमी न हो पाए इस बात को देखते हुए जिला प्रशासन ने अभियान चलाते हुए आक्सीजन के 200 सिलेंडर को अपने कब्जे में लिया। शुरुआती दौर में सिलेंडर का प्रयोग एल-2 मरीजों के उपचार के लिए तैयार किये जा रहे भारत आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज के लिए होगा।

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कोरोना पाजिटिव मरीजों के उपचार में आक्सीजन की अहम् भूमिका सामने आ रही है, जिसके चलते आक्सीजन सिलेंडर की मांग सामान्य दिनों से कई गुना बढ़ गई है। मांग के मद्देनजर बाजार में आक्सीजन की कालाबाजारी की अफवाह भी चल रही है। जिला प्रशासन ने औषधि प्रशासन के साथ संयुक्त अभियान चलाते हुए विभिन्न संचालकों से करीब 200 आक्सीजन सिलेंडर अधिगृहीत किये हैं। जिला औषधि निरीक्षक लवकुश प्रसाद ने बताया कि अधिगृहीत की गई आक्सीजन रुड़की रोड पर विकसित किये गए एल-2 भारत आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज पर काम आएगी। उन्होंने बताया कि जिले में आक्सीजन की कोई किल्लत नहीं है एवं आवश्यकता अनुसार आक्सीजन का उत्पादन तथा आपूर्ति जिले में की जा रही है। बताया कि सिलेंडर का अधिग्रहण डीएम तथा सिटी मजिस्ट्रेट की निगरानी में हुआ। उपचार के लिए 50 बेड के ईवान को हरी झंडी

मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जिला प्रशासन से विचार-विमर्श उपरांत स्वास्थ्य विभाग ने भोपा रोड पर संचालित ईवान मल्टी स्पेशियलिटी सेंटर एवं हास्पिटल को कोरोना मरीजों के उपचार की अनुमति दे दी है। शुरुआती दौर में ईवान में 50 संक्रमित मरीजों का उपचार किया जा सकेगा। इसके साथ ही एल-1 कोरोना पाजिटिव 100 मरीजों के उपचार के लिए जानसठ रोड स्थित द्वारिका सिटी में भी फिर से अस्पताल संचालन का खाका खींच लिया गया है। रेमडेसिविर की कालाबाजारी पर औषधि विभाग की नजर

कोरोना वायरस संक्रमित मरीज के उपचार के लिए रामबाण माने जा रहे इंजेक्शन रेमडेसिविर की कालाबाजारी रोकने के लिए औषिध प्रशासन दिन रात जुटा है। औषधि निरीक्षक लवकुश प्रसाद का कहना है कि जिले में इस इंजेक्शन की कमी है, लेकिन कालाबाजारी किसी भी सूरत में नहीं होने दी जाएगी। मेडिकल कालेज को 385 इंजेक्शन की आपूर्ति कराई गई है। बताया कि अन्य दवाइयां सामान्य रूप से विक्रय हो रही हैं, किसी भी दवाई की काई किल्लत नहीं है।


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