रजवाहों व माइनरों की सफाई पर खर्च होंगे 1.76 करोड़
गंगनहर बंद हो गई है ऐसे में सिचाई विभाग ने रजवाहों और माइनरों की साफ-सफाई के लिए कार्ययोजना तैयार की है। जिले में 425 किमी लंबे रजवाहों व माइनरों की सफाई पर 1.76 करोड़ रुपये का खर्च आएगा जिसमें से 60.65 लाख रुपये का कार्य मनरेगा से होगा।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। गंगनहर बंद हो गई है, ऐसे में सिचाई विभाग ने रजवाहों और माइनरों की साफ-सफाई के लिए कार्ययोजना तैयार की है। जिले में 425 किमी लंबे रजवाहों व माइनरों की सफाई पर 1.76 करोड़ रुपये का खर्च आएगा, जिसमें से 60.65 लाख रुपये का कार्य मनरेगा से होगा।
15 अक्टूबर को गंगनहर एक माह के लिए बंद हो गई थी। बंदी की समय अवधि में रजवाहों और माइनरों की सफाई कार्य होना है, ताकि टेल तक पानी पहुंच सके। गंगनहर बंद होने के बाद किसानों ने सिचाई विभाग से समय से रजवाहों और माइनरों से सिल्ट निकालने समेत सफाई की मांग की। सिचाई विभाग ने साफ-सफाई के लिए कार्ययोजना तैयार की है। जिले में कुल 425 किमी लंबे रजवाहों और माइनरों की सफाई कार्य होना है। इनमें से 256 किमी लंबे रजवाहों की सफाई सिचाई विभाग के बजट से होगी, जिसके लिए बजट 108 लाख रुपये रखा गया है। इसी क्रम में 24 किमी लंबी माइनरों से सिल्ट सफाई पर 7.08 लाख रुपये का खर्च आएगा। वहीं 144 किमी लंबी माइनरों की सफाई अन्य विभागों से कराई जाएगी, जिस पर 60 लाख रुपये का खर्च आएगा।
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मनरेगा से श्रमिकों को मिलेगा काम
रजवाहों और माइनरों की सफाई कार्य मनरेगा से भी कराया जाएगा। मनरेगा के जिला समन्वयक जय सिंह यादव ने बताया कि सिचाई विभाग से डिमांड मांगी गई है। करीब 60 लाख रुपये के कार्य विभाग ने दिए हैं। रजवाहों से सिल्ट निकालने का कार्य जल्द ही शुरू किया जाएगा। वर्तमान में पांच हजार से अधिक श्रमिकों को मनरेगा से काम दिया जा रहा है।
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समय से सफाई कार्य हो
रहमतपुर गांव के किसान चांदवीर सिंह का कहना है कि रजवाहे की सफाई के लिए सिचाई विभाग से मांग की गई है। 15 नवंबर से सभी रजवाहों व माइनरों की सफाई होनी चाहिए। कस्बा भोपा के किसान रतन सिंह का कहना है कि हर बार सिचाई विभाग की लापरवाही के चलते उनके खेतों तक गर्मी में पानी नहीं पहुंच पाता। समय से और ठीक प्रकार से रजवाहे की सफाई हो, तभी टेल तक पानी पहुंचेगा।
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रजवाहों और माइनरों की सफाई का कार्य शुरू कर दिया गया है। 15 नवंबर से पहले कार्य करने के लिए अधीनस्थों और ठेकेदारों को निर्देश दिए गए हैं। देरी से कार्य पर संबंधित पर कार्रवाई होगी।
- हरि शर्मा, एक्सईएन सिचाई विभाग