पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना उत्तराखंड का ये रेलवे स्टेशन, अब तो खान-पान के स्टॉल भी खुले
Indian Railway News हरिद्वार और ऋषिकेश के अलावा आसपास के पर्यटन स्थल पर जाने वाले पर्यटक योगनगरी रेलवे स्टेशन की भव्यता को देखने के लिए पहुंच रहे हैं। पर्यटक व यात्रियों की भीड़ बढ़ने के साथ ही सुविधा के लिए खान-पान स्टाल शुरू कर दिए हैं।
मुरादाबाद, जेएनएन। Indian Railway News : हरिद्वार और ऋषिकेश के अलावा आसपास के पर्यटन स्थल पर जाने वाले पर्यटक योगनगरी रेलवे स्टेशन की भव्यता को देखने के लिए पहुंच रहे हैं। अभी तक यहां खान-पान की सुविधा नहीं थी। पर्यटक व यात्रियों की भीड़ बढ़ने के साथ ही सुविधा के लिए खान-पान स्टाल शुरू कर दिए हैं।
हरिद्वार कुंभ को देखते हुए वर्ष 2020 में चारधाम रेल मार्ग के पहला रेलवे स्टेशन योगनगरी (ऋषिकेश) से ट्रेनों का संचालन शुरू कर दिया गया। कोरोना संक्रमण के चलते स्टेशन पर खान-पान की व्यवस्था नहीं कई गई। योगनगरी स्टेशन को पहाड़ के काफी नजदीक बनाया गया है। प्लेटफार्म से पहाड़ों के मनोरम दृश्य दिखाई देते हैं। स्टेशन परिसर को भव्य बनाया गया है। कोरोना का संक्रमण कम होने के बाद इस बार पर्यटक की भीड़ उत्तराखंड में काफी बढ़ गई है।
चार धाम यात्रा शुरू होने जाने से तीर्थ यात्रियों की संख्या काफी बढ़ी है। ऋषिकेश पहुंचने वाले पर्यटक योगनगरी स्टेशन की भव्यता देखने पहुंचते हैं। इसके अलावा वापस लौटने वाले तीर्थ यात्री व पर्यटक टिकट लेने पहुंच रहे हैं। प्रत्येक दिन तीन सौ यात्री आरक्षण टिकट लेने पहुंचते हैं। इसके अलावा काफी संख्या ट्रेन से यात्री पहुंचते हैं। वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सुधीर सिंह ने बताया कि यात्री व पर्यटक भी बड़ी संख्या में योगनगरी स्टेशन पहुंच रहे हैं। स्टेशन पर खान-पान की स्टाल खोलने की अनुमित दी गई है।
बाल गृह के बच्चों ने पिकनिक पर की मौज-मस्ती : निरीक्षण समिति ने खुला बाल आश्रय गृह के बच्चों को इस बार भी पिकनिक पर ले जाने का सुझाव दिया था। संस्था ने बच्चों को प्रेमवंडर लैंड ले जाकर मस्ती कराई। उन्होंने झूला झूला और वाटर पार्क में लुफ्त उठाया। जिला प्रोबेशन अधिकारी प्रिया पटेल ने बताया कि बाल विकास एवं महिला कल्याण मंत्रालय से वित्त पोषित खुला बाल आश्रय गृह शोभना ग्रामोद्योग सेवा समिति संचालित करती है। इसमें 10 वर्ष तक के बालक व बालिकाएं जो निराश्रित हैं। उनको बाल कल्याण समिति के आदेश पर संरक्षण दिया जाता है।
इन बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए निरीक्षण समिति द्वारा सुझाव दिए जाते है। समिति के सुझाव पर खुला बाल आश्रय गृह के बच्चों को प्रेम वंडर लैंड में पिकनिक पर ले जाया गया। इस दौरान संस्था के सभी बच्चों और स्टाफ द्वारा वाटर पार्क व झूलों का लुफ्त उठाया, सभी बच्चे बहुत खुश थे। बच्चों को पिकनिक के दौरान पार्क के सभी कर्मचारियों द्वारा पूरा सहयोग किया गया। इस दौरान शोभना, संस्थापिका, शिवांगी शर्मा, जया, बाल संरक्षण अधिकारी व विजय, परियोजना निदेशक द्वारा संजय कटारिया, सचिन, अजय का सहयोग रहा।