पहले के मुख्यमंत्री अपने महल बनाते थे, हमने गरीबों को मकान दिया : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
Yogi Adityanath in Amroha मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को अमरोहा पहुंचे। इस दौरान उन्होंने जनसभा को संबोधित किया। इससे पूर्व उन्होंने विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किया और कई परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। Yogi Adityanath in Amroha : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को अमरोहा पहुंचे। इस दौरान उन्होंने जनसभा को संबोधित किया। इससे पूर्व उन्होंने विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किया और कई परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया। सीएम ने भारत माता की जय और वंदे मातरम से संबोधन शुरू किया। मंच पर उपस्थित सभी लोगों का आभार जताया। कहा कि पहले के मुख्यमंत्री अपने महल बनाते थे, हमने गरीबों को मकान दिया।
सीएम ने कहा कि योजनाएं समृधि लाएं यह शुभकामनाएं हैं, सभी जगह जोश दिखने को मिला, इसके लिए अभिनंदन। विकास की योजनाएं ही रोजगार देंगी। विकास तभी सम्भव है जब अच्छे जनप्रतिनिधियों को चुनेंगे। क्या सपा के जनप्रतिनिधियों को विकास से कोई मतलब नहींं, उन्हें मैं व मेरा विकास से मतलब था। बंदरबांट करते थे सपा वाले, 2017 के बाद हमने उस मिथक को तोड़ा। पहले कहा जाता था कि जहां गड्ढे शुरू हो, वहां यूपी शुरू, जहां अंधेरा वहां से यूपी शुरू लेकिन अब हम 24 घंटे बिजली देते हैं। पहले यूपी की पहचान दंगा से होती थी, अब दंगा एक नहीं हुआ। अब चेतावनी है कि दंगा करोगे तो संपत्ति जब्त होगी। अब भरपाई करा रहे हैं। सात पीढियां भरेंगी जुर्माना, हर कोई संतुष्ट है। प्रदेश में कारोबारी निवेश कर रहे हैं।
सीएम ने कहा कि रोजगार और नौकरी दी हमने, कोई सवाल खड़ा नहीं कर सकता। साढ़े चार लाख नौकरी दी हमने, बेटियों की सुरक्षा की। 20 फीसद भर्ती केवल बेटियों की होगी। 30 हजार बेटियां पुलिस में हैं। कोरोना काल में जब हम लड़ रहे थे तो विरोधी ट्वीट पर खेल रहे थे। महिला पेंशन, किसान सम्मान निधि दी। जिला पंचायत अध्यक्ष व ब्लॉक प्रमुख शासन की योजनाओं को घर-घर लेकर जाएंगे। सीएम ने कहा कि चेतन चौहान ने अमरोहा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई। एक जनपद एक उत्पाद योजना के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अमरोहा अपनी पहचान बना रहा है। चीनी मिलें देशभर में बंद हुईं। हमने एक भी नहीं की। 2017 के बाद हमने एक लाख 45 हजार करोड़ का गन्ना भुगतान किया, जबकि पहले मात्र 95 करोड़ रुपये का भुगतान हुआ था। अब कोई चीनी मिल नहीं बिकेगी। 46 लाख किसानों का 36 हजार करोड़ का कर्ज माफ किया। दूसरे दल विकास से नहीं जुड़े।